#MNN@24X7 दरभंगा, जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन द्वारा बताया गया कि मौसम संबंधी प्रतिकूलता के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा प्रेस विज्ञप्ति एवं परामर्श निर्गत किया गया है।

उन्होंने बताया कि 24 जनवरी को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 25 से 29 जनवरी, 2024 के दौरान अतिशीत दिवस/शीत दिवस जैसी स्थिति जारी रहने की संभावना है। साथ ही अगले पाँच दिनों के दौरान राज्य में कुछ जगहों पर घने कोहरे का भी पूर्वानुमान है।

उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना द्वारा पत्र निर्गत करते हुए 29 जनवरी 2024 तक विद्यालयों में कक्षा – 01 से कक्षा – 08 तक के छात्रों के आने एवं जाने के समय में संशोधन करने हेतु जिलाधिकारियों को प्राधिकृत किया गया है।

उक्त परिप्रेक्ष्य में दरभंगा जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में कक्षा – 01 से कक्षा – 08 के छात्र/छात्राओं हेतु शैक्षणिक गतिविधि तत्काल प्रभाव से 29 जनवरी 2024 तक (कार्य दिवसों में) पूर्वाह्न 11.00 बजे से अपराह्न 03.00 बजे अपराह्न निर्धारित किया जाता है, किन्तु, कक्षा – 09 से कक्षा -12 की पढ़ाई का समय एवं बोर्ड की तैयारी सहित सभी शिक्षक प्रशासनिक कार्यों का निष्पादन करते हुए विभाग द्वारा तय अवधि तक विद्यालय में बने रहेंगे।

उन्होंने कहा कि उक्त के अतिरिक्त दरभंगा जिले के सभी निजी एवं सार्वजनिक स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों, सभी निजी एवं सार्वजनिक संस्थानों तथा आवागमन हेतु निम्न एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है :-

01.सुनिश्चित किया जाय कि सभी स्कूली बच्चे, शिक्षक, नागरिकगण पर्याप्त कपड़े यथा :- स्वेटर, कोट, टोपी, गुलेबंद, दस्ताना, मोजा-जूता आदि पहनकर ही संस्थान आवें अथवा घर से बाहर निकले।

02.विद्यालयों के कमरे एवं दरवाजों की सभी खिड़कियाँ आदि इस प्रकार प्रबंधित की जाय कि प्रत्यक्ष रूप से कमरों में ठंडी हवा का प्रवेश न हो पाये, इसके लिए खिड़की, दरवाजे आदि की मरम्मत करा ली जाय।

03.ठंड से बचने हेतु विद्यालय में उचित निगरानी के साथ आवश्यकतानुसार अलाव जलाने की व्यवस्था की जा सकती है,परन्तु ध्यान रखा जाय कि इससे आगजनी की घटना न हो पाये तथा विद्यालय बंद होने पर पूर्णतया उसे बुझा दिया जाय।

04.बिजली की उपलब्धता पर कमरों में हीटर आदि की व्यवस्था की जा सकती है।

05.बचाव के उपायों को अपनाने हेतु गर्म पेय पदार्थ के सेवन आदि पर बल दिया जाय।

06.हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाय कि कोई भी बच्चा नीचे जमीन अथवा बोरा पर बैठ कर पढ़ाई न करे, इससे ठंड लगने की सम्भावना हो सकती है।

07.विद्यालयों एवं आँगनवाड़ी केन्द्रों में First Aid Kit की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय, ताकि अचानक ठंढ लगने अथवा बीमार पड़ने की स्थिति में तत्काल प्राथमिक उपचार हो सके तथा ठंढ लगने या बीमार होने की स्थिति में अविलम्ब प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र ईलाज हेतु ले जाया जाय।

08.बीमार/कमजोर/शीत संवेदनशील बच्चों को शीत लहर के दौरान अनिवार्यतः विद्यालय आने हेतु दबाव नही बनाया जाय तथा इस कारण नामांकन आदि रद्द न किया जाय।

09.कोहरे के मद्देनजर सभी वाहनों की गति सीमित रखने की कार्रवाई की जाय एवं सुनिश्चित किया जाय कि किसी भी परिस्थिति में सड़क के यातायात वाले हिस्से में कोई गाड़ी पार्क न हो।

10.उक्त जारी अवधि में निजी विद्यालय प्रबंधन अपने स्तर से शैक्षणिक गतिविधियों के समय में परिवर्तन हेतु स्वतंत्र होगा।

11.अभिभावकों को भी उक्त के संदर्भ में जागरूक करने की कार्य-योजना पर कार्य किया जाय ।