विभिन्न चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर विश्वविद्यालय संवेदनशीलता के साथ समाज कल्याण की दिशा में अग्रसर- कुलसचिव।

विश्वविद्यालय वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रबंधन विभाग द्वारा मिथिला माइनोरिटीज कॉलेज एंड हॉस्पिटल, दरभंगा द्वारा नि:शुल्क दन्त चिकित्सा शिविर आयोजित।

#MNN@24X7 दरभंगा। वर्तमान समय अपनी बड़ाई स्वयं करने का नहीं है, बल्कि अपनी बातों एवं क्षमताओं को अच्छे कार्यों के सम्पादन के माध्यम से व्यक्त करने का है। हमें ऐसी अच्छी स्थिति बनानी होगी, ताकि दूसरे स्वत: ही हमें बेहतर मान सकें। आज सतत विकास के समय में हमें रुकना नहीं, बल्कि निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए। यदि प्रबल इच्छा शक्ति एवं रुचि हो तो कम संसाधनों में भी हम बेहतर परिणाम दे सकते हैं। फिर अच्छे कार्य के लिए धन भी स्वत: आते जाएंगे और हमारी ऊर्जा व क्षमता भी बढ़ती जाएगी।

उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रबंधन विभाग द्वारा मिथिला माइनॉरिटी डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, लहेरियासराय, दरभंगा के प्रायोजकत्व में विभाग में आयोजित “निःशुल्क दन्त चिकित्सा शिविर” का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कही।

कुलपति ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए बदलाव को स्वीकार कर प्राप्त नवीन एवं महत्वपूर्ण आईडिया को कार्य रूप देना आवश्यक है। यदि हम सोते रहेंगे तो हमारा भाग्य भी सोता रहेगा। उन्होंने लोक कल्याण की कामना से सफल शिविर के आयोजित हेतु अध्यक्ष प्रो अजीत कुमार सिंह तथा विभाग को बधाई दी।

कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने कहा कि कुलपति के नेतृत्व में विभिन्न चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर विश्वविद्यालय संवेदनशीलता के साथ समाज कल्याण की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने अन्य विभागों को भी शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के माध्यम से इस तरह के समाजसेवा के कार्य करने का आह्वान करते हुए कहा कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सिर्फ विभाग को लाभ पहुंचाना ही नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के रूप में समाज कल्याण कर सकारात्मक संदेश देना भी है। हमलोग निरंतर जन जागरूकता का कार्य भी करते रहें। उन्होंने बताया कि भारत विश्व में कुशल युवाओं का सबसे बड़ा देश है।यदि युवा जोश के साथ ही होश से कार्य करेंगे तो दूसरों के लिए भी प्रेरक सिद्ध होंगे।

कुलसचिव ने मानव जीवन में दांतों के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे 32 दांत 32 तरह की बीमारियों को दूर करने में सक्षम हैं। हमें दिन में दो बार दांत व मुंह अवश्य साफ करना चाहिए।

डा रोहित कुमार ने दांतों के महत्व को बताते हुए कहा कि हमें दांत व मुंह के प्रति सदा सजग होना चाहिए, ताकि हम अनेक बीमारियों से बच सकें।

अध्यक्षीय संबोधन में वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो बीबीएल दास ने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक होने की जरूरत है, क्योंकि अच्छे स्वास्थ्य के बिना विकास की कोई बात न तो सोच सकते हैं, न ही कर सकते हैं। कुलपति द्वारा इन बातों का विशेष ध्यान रखते हुए विश्वविद्यालय कर्मियों एवं समाज के आमलोगों को स्वास्थ्य के प्रति चेतना जागृत करने एवं स्वास्थ्य परीक्षण हेतु विभाग को निर्देश दिया जाना महत्वपूर्ण है।

शिविर में मिथिला माइनॉरिटी डेंटल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, दरभंगा के अनेक डॉक्टरों, तकनीशियनों एवं सहायकों के साथ ही विभागीय शिक्षक प्रो हरे कृष्ण सिंह, डा इन्द्रदेव प्रसाद, डा दिवाकर झा, डा संजय कुमार ठाकुर एवं डा निर्मला कुशवाहा, रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो प्रेम मोहन मिश्र, गणित विभागाध्यक्ष डा अयाज अहमद, मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो रमेश झा, मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो ए के बच्चन, एनएसएस समन्वयक डा विनोद बैठा तथा विश्वविद्यालय प्रेस व मीडिया प्रभारी डा आर एन चौरसिया सहित 140 से अधिक छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।

अतिथियों का स्वागत करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो अजीत कुमार सिंह ने कहा कि कुलपति की कार्यकुशलता, स्माइली चेहरा तथा निर्देश हमारे लिए हमेशा प्रेरणा के स्रोत हैं जो हमें बेहतर कार्य करने हेतु सदा प्रेरित करते हैं। कुलपति के बेहतरीन नेतृत्व एवं कुलसचिव के अच्छे प्रशासन से विश्वविद्यालय अनेक दृष्टि से बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त कर रहा है। स्वागत गान विभागीय छात्रा कल्याणी कुमारी ने प्रस्तुत किया। रोजित अहमद के संचालन में आयोजित उद्घाटन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन डा संजय कुमार झा ने किया।

दांत परीक्षण एवं सुझाव नामक द्वितीय सत्र में मिथिला माइनोरिटी डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टरों, तकनीशियनों एवं सहायकों की बड़ी टीम ने प्रो प्रेम मोहन मिश्र, प्रो बीबीएल दास, डा संजय कुमार ठाकुर तथा डा आर एन चौरसिया सहित 110 से अधिक व्यक्तियों के दांतों की जांच कर आवश्यक इलाज एवं निर्देश दिया।