– परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को मिला सम्मान

मधुबनी,29 मार्च।
परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिले के चिकित्सक, एएनएम, आशा तथा अन्य कर्मियों को पुरस्कृत किया गया। दरभंगा प्रमंडल स्तरीय परिवार कल्याण कार्यक्रम में लक्ष्य प्राप्ति एवं प्रजनन दर घटाने तथा परिवार नियोजन ऑपरेशन एवं पुरुष नसबंदी में बेहतर कार्य करने वाले चिकित्सकों, उत्प्रेरक,आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को पुरस्कृत किया गया .सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने परिवार नियोजन कार्यक्रम में अच्छा काम करने वाले डाक्टरों, नर्सों तथा आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम आपकी मदद और सहयोग से सफल हो रहा है।

प्रमंडलीय स्तर,सदर और अनुमंडल अस्पताल को मिला पुरस्कार-

परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टर एएनएम, आशा तथा अन्य कर्मियों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर अस्पताल और अनुमंडल अस्पताल को भी पुरस्कृत किया गया। परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता में साधनों के उपयोग को बढ़ाने की जरूरत होती है। इसे ध्यान में रखते हुए ही पुरस्कार निर्धारित किये गए थे। पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी, प्रसव उपरांत महिला नसबंदी एवं कॉपर टी के उपयोग बढ़ाने में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया गया है। इसके अलावा परिवार नियोजन के साधन अंतरा व पीपीआईयूसीडी के इस्तेमाल के लिए लोगों को प्रेरित करने वाली आशाओं को भी सम्मानित किया गया।

इन्हें किया गया सम्मानित

डॉक्टर बी एन केसरी खुटौना (990 महिला बंध्याकरण), डॉक्टर खालिद मंजर पंडोल (पुरुष नसबंदी 4 ), रामनिवास सिंह डी एच मधुबनी (पुरुष नसबंदी 4), डॉक्टर प्रवृत्ति मिश्रा डीएस मधुबनी, (पीपीएस 99, पीएएस 20, आयूसीडी 92) एनमएम मौसम कुमारी खुटौना, एनमएम मीना प्रभात,एनमएम संजू कुमारी बासोपट्टी, निशा कुमारी जयनगर, रेणु कुमारी बिस्फी, अनिता कुमारी राजनगर, आशा कार्यकर्ता अंजू देवी हरलाखी, सुनीता देवी मधेपुर, बेगम खातून पीएचसी अंधराठाढ़ी, ललिता देवी जयनगर, राम कुमारी बिस्फी, अनीता देवी घोघरडीहा, सुनीता देवी राजनगर, किरण देवी घोघरडीहा, अनीता देवी घोघरडीहा को सम्मानित किया गया.

चिकित्सक के आशा-एएनएम भूमिका महत्वपूर्ण-

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने कहा काम करने वालों को सम्मानित करने से एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास होता है। ऐसी प्रतिस्पर्धा से स्वास्थ्य के क्षेत्र में समुदाय को फायदा मिलेगा। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना करते हुए कहा बेहतर काम और मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार ही इस मिशन को सफल बना रहा है। उन्होंने कहा कि समाज में अभी भी परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता की कमी है। इसके लिए गांव-टोलों में काम करने वाली आशा कार्यकर्ता तथा एएनएम-आशा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।