भाजपा हटाओ-देश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ -संविधान बचाओ नारों को लेकर भाकपा माले का दरभंगा जिला स्तरीय कार्यकर्त्ता सम्मलेन प्रेक्षागृह में संपन्न.

संविधान और लोकतंत्र विरोधी भाजपाई ताकतों को आगामी लोकसभा चुनाव में परास्त करने के लिए जिलें के सैकड़ों भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने जिला स्तरीय कार्यकर्त्ता सम्मलेन में शामिल हुए.

जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाकपा माले के वरिष्ठ कॉमरेड, आर. के. सहनी, गंगा मंडल, भोला जी ने क्रांति के रागनी हम गइबे करम, ले माशाले चल पड़े है मेरे गाँव के, रात के राही थक मत जाना, सुबह की मंज़िल दूर नहीं जानगीतों की प्रस्तुति दी.

#MNN@24X7 दिनांक 15 जुलाई, दरभंगा, को दरभंगा भाकपा माले का जिला स्तरीय कार्यकर्त्ता सम्मेलन की विधिवत शुरुआत से पूर्व एक अध्यक्षमंडल का चुनाव किया गया. इसके बाद बालासोर रेल हादसे में मरे सभी मृतकों को श्रद्धांजलि और दो मिनट का मौन रखने के बाद भाकपा माले का दरभंगा जिला स्तरीय कार्यकर्त्ता सम्मलेन की शुरुआत हुई।
कन्वेंशन की अध्यक्षता 5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल अशोक पासवान, पप्पू पासवान, शनिचरी देवी, मोहमद लालू, योगेंद्र राम ने किया।

जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि संविधान_लोकतंत्र बचाने को लेकर विपक्षी दलों की एकता की मुहिम जो संघर्ष की धरती पटना से शुरू हुई है उसमें निरंतर मजबूत हो रही है। आगामी बैंगलोर की बैठक में 24 दलों की भागीदारी होगी। बदलते मौसम का रुख बता रहा है कि बदलाव की ऐसी आंधी चलेगी कि भाजपा का तंबू उखड़ जायेगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता की मुहिम से भाजपा इतनी डर गई है कि वो दलों को तोड़ने में अंबानी अदानी के पैसे का बोरा खोल दी है। संसदीय मर्यादा और आंदोलन के लोकतांत्रिक अधिकार को तार तार कर रही है। मिर्ची की बुकनी का संगठित आंदोलन में प्रयोग बहुत ही शर्मनाक है।भारत में नागरिक सजग है, नहीं तो वह हर विरोधी दलों के घरों पर सीबीआई_ईडी बिठा देती।

आगे उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का 9साल बर्बादी और विनाश का काल रहा है। मंहगाई_बेकारी की ऐसी भयावह स्थिति कभी नहीं बनी थी।देश की अर्थव्यवस्था को तबाही में धकेल दिया गया है। ऐसी शिक्षा नीति लाई है जिसमें मजदूर_किसानों के बच्चों के लिए शिक्षा पाना मुश्किल हो गया है। मिथिलांचल में भाकपा माले संगठन_आंदोलन के विस्तार के लिए नेताओं_कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करते हुए उन्होंने कहा कि माले की मजबूती ही भाजपा को मिथिला में कमजोर करेगी।

उन्होंने कहा कि महागठबंधन दलों की व्यापक एकता के आधार पर जमीनी स्तर पर भाजपा को विचार और संगठन के स्तर पर परास्त करने की जरूरत है। दलित_गरीबों के प्रति महागठबंधन सरकार को और संवेदनशील होने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि भूमहिनों के लिए नया वास आवास बने,उजड़े लोगों को बसाया जाय,सभी नियोजित शिक्षकों को बिना परीक्षा लिए राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाय,डोमिसाइल नीति तृतीय श्रेणी के जॉब में लागू किया जाए,सबका पेंशन मासिक 3000 रुपए हों, हड़ताली आशा कर्मी समेत सभी स्कीम वर्कर्स को जीने लायक न्यूनतम मजदूरी आधारित मासिक मानदेय दिया जाए और मनरेगा मजदूरी को राज्य सरकार अपने स्तर पर बढ़ाए।

एम्स के सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अगर तीन महीने के भीतर एम्स का काम शुरू नहीं होता है तो ऐसा आंदोलन होगा कि भाजपा नेताओं का दरभंगा आना मुश्किल होगा।समय की मांग है कि उन्माद-उत्पात के खिलाफ, हक और इंसाफ के लिए सम्पूर्ण मिथिलांचल से भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए लोकतंत्र पसंद लोगों को एकजुट होना होगा.

भाकपा माले दरभंगा जिला स्तरीय कार्यकर्त्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए चर्चित चिकित्सक डॉ. अजीत कुमार चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय की मांग है की प्रगतिशील सोच, ज्ञान, विज्ञान विरोधी भाजपाइयों को सत्ता से बेदखल करने के लिए एकजुट होना होगा. जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मलेन ने यह सिद्ध कर दिया है और मुझे विश्वास है की सम्पूर्ण मिथिलांचल में भाकपा माले कार्यकर्त्ता आगामी लोकसभा में लोकतंत्र और संविधान विरोधी भाजपा को शिकस्त देने में अग्रिम कतारों में मौजूद रहेगी.

भाकपा माले के वरिष्ठ कॉमररेड आर. के सहनी ने जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मलेन को सम्बोधित करने हुए कहा कि फांसीवादी निज़ाम कि तानाशाही के खिलाफ वर्तमान समय की जरुरत है की गाँव टोलों में पार्टी के कार्यकर्ताओं को जाना होगा और भाजपा के गरीब, मजदूर-किसान विरोधी असली चरित्र से अवगत कराते हुए पार्टी से जोड़ना होगा और कार्यकर्त्ता सम्मेलन में मौजूद साथियों को देशभर में भाजपा के खिलाफ चल रहें अभियान को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लेना होगा.

आइसा के कार्यकारी राष्ट्रीय महासचिव प्रशेनजीत ने कहा कि भाकपा माले के जिला स्तरीय सम्मलेन के माध्यम से आपलोगों ने सिद्ध कर दिया है कि आगामी लोकसभा में किसी कीमत पर भाजपा को सत्ता में दुबारा आने नहीं देगें. वर्तमान समय में भाजपा मानसिकता से प्रभावित बिहार के राज्यपाल के दवारा FYUP को थोपा जा रहा है. बिहार में FYUP लागू हो जाने से गरीब, मजदूर-किसानों के बच्चों के लिए शिक्षा का दरवाजा बंद हो जाएगा. आगामी 17 जुलाई को आइसा की तरफ से FYUP के खिलाफ राज्यभवन मार्च होने वाला है. हम मिथिलांचल के शिक्षा पसंद लोगों से अपील करते है की आप सभी शामिल हो.

भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य व इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने जिला स्तरीय कार्यकर्त्ता सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए कहा कि पुरे मिथिलांचल से लेकर फुलवारी शरीफ तक अल्पसंख्यक समाज से आनेवाने युवाओं को NIA के दवारा टारगेट करके उत्पीड़न किया जा रहा है, फर्जी मुक़दमों में फंसाया जा रहा है. भाकपा माले और इंसाफ मंच आम-आवाम के हक और इंसाफ के लिए संघर्ष करने वाली पार्टी है।

कन्वेंशन में अभिषेक कुमार, विनोद सिंह, नंदलाल ठाकुर, संदीप कुमार चौधरी, रानी सिंह, उमेश साह, हरी पासवान, अनुपम कुमारी, साधना शर्मा, जिला परिषद सदस्य सुमिंत्र देवी, केशरी कुमार यादव, प्रो सुरेंद्र प्रसाद सुमन, प्रो रामबाबू आर्य, प्रो अवधेश सिंह, प्रो ऋषिकेश झा, धर्मेश यादव, ललन पासवान, सुरेंद्र पासवान, राजेंद्र दास, संजीव ठाकुर, मोहम्मद जमालुद्दीन, सदीक भारती, पप्पू खान, प्रिंस राज, मयंक कुमार यादव, संदीप कुमार, सत्य नारायण मुखिया सहित दर्जनों लोग शामिल थे।