#MNN@24X7 महोबा, एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या के बीच का मामला सुर्खियों में है।अब महोबा जिला भी सुर्खियों में आ गया है।मनीष दुबे की तैनाती से महोबा का होमगार्ड विभाग कार्यालय सुर्खियों में है।विभागीय कर्मचारी मनीष दुबे की कारगुजारियों की दबी जुबान में जमकर चर्चा कर रहे हैं।महोबा के लोग मनीष दुबे का हालचाल जानने के लिए अन्य लोगों से बहुत दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

दरअसल एसडीएम ज्योति मौर्या मामले से विवादों में घिरे होमगार्ड विभाग के जिला कमांडेंट मनीष दुबे महोबा में तैनात हैं।मनीष दुबे पहले तो बातचीत में ज्योति मौर्या के मामले में कुछ भी बोलने से मना कर दिया।फिर कहा कि आलोक कह रहा कि उसने ज्योति को पढ़ाया है।लोग भी यही कह रहे हैं, जबकि पढ़ाने-लिखाने का मतलब होता है।बचपन से पढ़ाया लिखाया जाना। क्या सच में हम जहां बैठे हैं, कोई हमें बना सकता है।जो दावा कर रहा है पढ़ाने लिखाने का। वो ये नहीं बता सकता कि कितने पेपर होते हैं। कितने पेपर, कितने ऑप्शन होते हैं।वो नहीं बता पाएगा।

मनीष दुबे ने कहा कि क्यों इस चीज को इतना बढ़ाया चढ़ाया जा रहा है। मैं भी हैरत में हूं। पर्सनल मामला था। इस चीज को वहीं का वहीं खत्म होना चाहिए था। जब उनसे पूछा कि ज्योति मौर्या से कहां मुलाकात हुई, बातचीत कैसे आगे बढ़ी तो उन्होंने पर्सनल सवाल कहकर टाल दिया। कहा कि जो बातें हो रही हैं, वो लाई गई है।

मनीष दुबे ने कहा कि न मैं लेकर आया हूं और न ही वो लड़की (ज्योति मौर्या) लेकर आई है। कोई तीसरा आदमी लेकर आया है। इस परेशानी में हम अपना प्रोफेशनल काम भी ठीक से नहीं कर पा रहे है। अब इस मामले में हमारे बोलने से समस्या सुलझेगी नहीं बल्कि और उलझ जाएगी। हम नियमों से बंधे है। यदि मैं या ज्योति मौर्या आम व्यक्ति होते, तो बोल देते।

मनीष दुबे ने कहा कि हमारा इस कुर्सी में बैठना गुनाह हो गया है। मैं सॉफ्वेयर इंजीनियर था। अच्छी खासी नौकरी कर रहा था। मगर अब पता नहीं कहां आ कर मैं फंस गया। मैं एक जिम्मेदार पद में हूं। कैमरे के सामने कुछ भी नहीं बोल सकता। मनीष दुबे का यह वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है।

बता दें कि एसडीएम ज्योति मौर्या और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे मामले को लेकर सावन महीने में सोशल मीडिया पर कमेंट की सुनामी आई है।सोशल मीडिया पर लोग अपने मन की बात खुल कर लिख रहे हैं। लोगों का कहना है कि आलोक ने मेहनत कर अपनी पत्नी ज्योति मौर्या को पढ़ाया। उसे पीसीएस की तैयारी कराई।एसडीएम बनने के बाद ज्योति ने उसे क्या सिला दिया। ज्योति को अपने पति आलोक के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए।ज्यादातर लोग आलोक के पक्ष में हैं। सोशल मीडिया पर कमेंट में यहां तक लिख दिया कि बेटी पढ़ाएं, बीबी नहीं।

(सौ स्वराज सवेरा)