मंत्री ने किया कई नवनिर्मित भवनों का उद्घाटन।

जनवरी तक तैयार हो जाएगा अनुमण्डल कार्यालय भवन*

#MNN@24X7 दरभंगा, 09 जुलाई, मंत्री, भवन निर्माण विभाग डॉ. अशोक चौधरी, मंत्री जल संसाधन-सह-सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग संजय कुमार झा तथा बेनीपुर के विधायक विनय कुमार चौधरी के कर-कमलों से बिरौल अनुमण्डल में नवनिर्मित कई भवनों यथा-अनुमण्डल पदाधिकारी, बिरौल का आवास, दरभंगा सदर प्रखण्ड के सूचना प्रौद्योगिकी केन्द्र तथा सिंहवाड़ा एवं मनीगाछी प्रखण्ड के सद्भाव मंडप एवं आई.टी.आई बेनीपुर का उद्घाटन फीता काटकर किया गया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री जल संसाधन-सह- सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने कहा कि भवन निर्माण मंत्री के द्वारा अपने मुख्य अभियंता को निर्देश दिया गया है कि अनुमण्डल कार्यालय, बिरौल दिसम्बर माह तक तैयार हो जाए और जनवरी से बिरौल का अनुमण्डल कार्यालय नए भवन में ही चलाया जाए।

उन्होंने भवन निर्माण मंत्री के कार्य प्रणाली की भूरी-भूरी प्रशंसा की। साथ ही बेनीपुर के विधायक विनय कुमार चौधरी की भी उनकी कर्मठता के लिए काफी प्रशंसा की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 02 जून 2019 को वे जल संसाधन विभाग के मंत्री बने थे और उसी समय मुख्यमंत्री के द्वारा निर्देशित किया गया था कि जल संसाधन विभाग के 04 जोन हैं, चारों ज़ोन का भ्रमण कर निरीक्षण कर लें और चारों ज़ोन के लिए रसियारी के पास बैठक हुई थी, जिसमें हमने कहा था कि कमला नदी के तटबंध को ठीक करना है।

मुख्यमंत्री जब बाढ़ के दौरान कुशेश्वरस्थान भ्रमण करने आए थे तो फुहिया बांध तक नाव से गए थे, यहाँ की जल विभीषिका को देखकर उन्होंने कहा था कि इस समस्या का कोई स्थाई समाधान खोजिए।इसके उपरांत आई.आई.टी, रुड़की के एक्सपर्ट प्रो. नयन शर्मा को बुलाया गया, जिन्होंने इसका विस्तृत अध्ययन किया और जो रिपोर्ट उन्होंने सुपुर्द की, उसमें उन्होंने कहा था कि जयनगर में बराज बनाया जाना आवश्यक है तथा कमला के दोनों तरफ के बांध को ऊँचीकरण व सुदृढ़ीकरण करना आवश्यक है।

उनके दोनों सुझाव पर कार्य प्रारंभ किया गया जयनगर में 400 करोड़ रुपए की लागत से बराज बनाया गया, जो अब पूर्ण होने के कगार पर है और इसके साथ ही कमला नदी के दोनों तटों बंध का ऊँचीकरण व सुदृढ़ीकरण करने के साथ-साथ उस पर पथ निर्माण भी कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि तीन-तीन सौ करोड़ यानी 600 करोड़ रुपए का कार्य किया जा रहा है, प्रथम चरण का 300 करोड़ रुपये का कार्य 01 साल में पूरा हो जाएगा, जिससे यह संपूर्ण क्षेत्र बाढ़ से सुरक्षित होने के साथ-साथ यहाँ के लोगों को एक आने-जाने का लम्बा रास्ता भी मिल जाएगा, यहाँ से आप सीधे जयनगर व नेपाल तक बिना किसी रोक-टोक के जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें सदैव यही सिखाया है कि आम जनता के बीच जो वादा करें, उसे पूरा करें। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने जनता से कहा था कि हम बाढ़ का प्रकोप कम करेंगे, आज बाढ़ का प्रकोप कम हुआ है। यह क्षेत्र 09 महीने तक पानी में डूबा रहता था। उन्होंने कहा कि स्थायी निदान के लिए फुहिया के पास काम हो रहा है।

एम्स के संबंध में उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी किसी हॉस्पिटल में एम्स का निर्माण नहीं कराया गया है। एम्स कहाँ बनेगा यह बिहार सरकार के मुख्यमंत्री ने समाधान यात्रा के दौरान तय कर दिया और वहाँ मिट्टी भराई के लिए कैबिनेट के द्वारा 300 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी गई।

उन्होंने कहा कि वहाँ हाई-वे बन रहा है, सड़क बना हुआ है एवं दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज चल रहा है तो फिर एम्स क्यों नहीं बन सकता। दरभंगा शहर में जहाँ 30-30 फीट तक गड्ढे थे, वहां लोगों ने मिट्टी भरकर आवास बना लिया है तो फिर शोभन बाईपास के पास एम्स क्यों नहीं बन सकता।
डी.एम.सी.एच में एम्स बनाकर डी.एम.सी.एच के अस्तित्व को समाप्त नहीं करना है।

उन्होंने कहा डीएमसीएच के लिए मुख्यमंत्री द्वारा 2500 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं जबकि 1250 करोड़ की लागत से एम्स बनेगा, इस प्रकार मिथिला की जनता को दो तरफा फायदा पहुंचा है। एक ओर जहाँ डीएमसीएच का बृहद रूप से विकास किया जा रहा है, वहीं एम्स का सौगात भी मिलेगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा मिथिला के विकास पर ध्यान दिया है वह दिन भी याद है कि जब कुशेश्वरस्थान और बिरौल के लोग दरभंगा जाते थे तो जाने आने में दो दिनों का समय लगता था। जबकि आज एक से डेढ़ घंटे में दरभंगा जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने कार्यों से जो यहाँ की जनता के मन में जो अमिट छाप छोड़ी है, उसे कभी भी नहीं मिटाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने सड़क, बिजली एवं महिला उत्थान के क्षेत्र में जो कार्य किए हैं वह सदैव स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।

वहीं बिरौल अनुममण्डल परिसर में आयोजित उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता भवन निर्माण विभाग के मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने की।

उक्त अवसर पर बेनीपुर के विधायक विनय कुमार चौधरी, पूर्व एम.एल.सी-सह-सी.एम साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. दिलीप चौधरी, विनोद मिश्र जी, रंजीत कुमार झा जी, मुख्य अभियंता सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।