दरभंगा जिला को सूखाग्रस्त घोषित करना होगा:-राजीव चौधरी

#MNN@24X7 दरभंगा-5 सितम्बर, आज किसान सह जननेता पूर्व सांसद काॅ० भोगेंद्र झा की जयंती सह क्रांति दिवस व ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति के राष्ट्रीय आवाह्न पर अखिल भारतीय किसान सभा दरभंगा जिला परिषद् के द्वारा दरभंगा जिला को सूखाग्रस्त घोषित करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर किसान सभा के जिला अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी की अध्यक्षता में महाधरना का आयोजन पोलो मैदान स्थित धरना स्थल पर किया गया। जिसमें जिला के कोने-कोने से सैकड़ों किसान भाग लिए।

धरना को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष राम कुमार झा ने कहा कि आज देश अपना आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। 75 वर्षों से ऊपर देश को आजाद हुए हो गए लेकिन इस आजाद भारत में किसानों की स्थिति ईस्ट इंडिया कंपनी के दौर के जैसी है। वर्तमान में केंद्र में बैठी किसान मजदूर विरोधी भाजपा सरकार लगातार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। किसानों से उसकी खेती किसानी छीनने पर आमादा है। लगातार सभी संसद के सत्रों में किसान विरोधी कानून बना रही है। जो किसान पूरे देश का पेट भरता है वह किसान आज आत्महत्या करने पर मजबूर है। सरकार के किसान विरोधी चरित्र अब उजागर हो चुकी है। लेकिन सरकार को यह नहीं पता है कि किसान जब-जब अपने हक-हकूक के लिऐ और भारत को बचाने के लिए एकजुट हुआ है तब-तब केंद्र में बैठी सरकार को गद्दी छोड़नी पड़ी है। लोहिया से लेकर पिछले वर्ष दिल्ली में चले किसान आंदोलन इसका जीता जागता उदाहरण इस केंद्र सरकार के सामने है। कॉर्पोरेट के गिरफ्त में चलने वाली सरकार जानबूझकर किसानों को उकसाने का काम कर रही है।

अध्यक्षीय संबोधन में जिला अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी ने कहा कि प्राकृतिक के द्वारा जो पानी हमें उपहार के रूप में मिलती है वह पानी सरकार के गलत नीतियों के कारण अभिशाप बन जाती है। उत्तर बिहार में जल संचयन व वितरण अगर सही तरीके से हो तो यहाँ सालों भर सभी तरह के फसलों का पैदावार बेहतर तरीके से होगा और यहाँ खेती पर निर्भर 80% आबादी खुशहाल होगी। इस बार अभी तक सुखा है किसान एक कनवा भी धान रोपनी नही कर पाया है और नेपाल से निकले वाली सभी नदियो मे पानी उफान पर है। सरकार चाहे तो इस पानी को खेतो तक पहुंचा सकती है मगर सरकार की मंशा ही ठीक नहीं है।

धरना को संबोधित करते हुए किसान सभा के पूर्व जिला महासचिव नारायण जी झा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से हमारी मांग है कि दरभंगा जिला को सूखाग्रस्त घोषित करो, किसानों को फसल क्षति मुआवजा दो, बंद पड़े सरकारी नलकूपों को चालू करवाया जाए, शहर में पेयजल संकट का स्थायी निदान करों, सी-2 के आधार पर सभी फसलों का लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दो, केंद्रीय कानून के आलोक में वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर सभी अधिग्रहित जमीन का मुआवजा किसानो को दिया जाए, बरसों से जमाबंदी जमीन को सरकारी जमीन घोषित करना बंद करो, सोन नहर में पर्याप्त पानी के लिए कदवन जलाशय का अविलंब निर्माण किया जाए, उत्तर कोयल नहर परियोजना को अविलंब चालू करो तथा पुनपुन नदी में सालों भर पानी की गारंटी करो, आवारा पशुओं की आवारागर्दी पर रोक तथा बर्बाद हुए फसलों का पर्याप्त मुआवजा किसानों को दिया जाए, प्रीमियम मुक्त सभी फसलों का फसल बीमा पुनः बिहार में चालू किया जाए, ए.पी.एम.सी एक्ट को पुनः बिहार में चालू करो, बाढ़-सुखाड़ का स्थाई निदान तथा सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली किसानों को दिया जाए, बिजली बिल विधेयक 2022 को वापस लो, सभी प्रकार के कार्यों से किसानों को कर्ज मुक्त करो, किसान आंदोलन में हुए सभी मुकदमे को अविलंब वापस लो, किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को शहीद का दर्जा दो,उनके परिवार को मुआवजा दो तथा उनके स्मारक निर्माण हेतु सिंधु बॉर्डर पर जमीन एलॉट करो, लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या करवाने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ट्रेनी को बर्खास्त कर अविलंब गिरफ्तार करो, दुग्ध उत्पादकों को प्रति लीटर दूध पर ₹10 सब्सिडी दो, 60 साल की उम्र से सभी पुरुष एवं महिला किसानों को ₹5000 मासिक पेंशन दो, सस्ते दर पर खाद-बीज, कीटनाशक,अन्य कृषि सामग्री तथा कृषि यंत्र की उपलब्धता सुनिश्चित करो, बंद पड़े सभी चीनी,जूट एवं पेपर मिलो को पुनः चालू करो,चीनी मिल पर बकाया राशि का ब्याज सहित किसानों को भुगतान करो,गन्ना का मूल्य ₹600 प्रति क्विंटल निर्धारित करो, बटाईदार किसानों का निबंधन कर सभी सरकारी सुविधा प्रदान करो, बिहार में सर्वे के नाम पर किसानों की हो रही लूट बंद करो,जमीन की ऑनलाइल परिमार्जन में गड़बड़ी पर सख्ती से रोक लगाओ, मनरेगा को कृषि कार्य से जोड़ा जाए, साल में कम से कम 200 दिन काम की गारंटी,और ₹600 दैनिक मजदूरी दिया जाए आदि है। धरना को पूर्व जिला अध्यक्ष अहमद अली तमन्ने, किसान नेता शैलेन्द्र मोहन ठाकुर, विश्वनाथ मिश्र, चन्द्रेश्वर सिंह, एआईएसएफ के राज्य सह सचिव शरद कुमार सिंह, जिला सचिव शशिरंजन प्रताप सिंह, मुखिया कुमार किसलय, किसान नेता रामनाथ पासवान, रामचंद्र साह, आशुतोष मिश्र, गौतम कांत चौधरी, सुकुमारी, विधा देवी, गंगाराम साह, भगवान लाल पासवान, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, गुड्डू यादव आदि ने संबोधित किया।