#MNN@24X7 दरभंगा, 06 दिसम्बर, संयुक्त कृषि भवन परिसर दरभंगा में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का उद्घाटन अपर समाहर्ता लोक शिकायत निवारण अनिल कुमार के कर कमल से फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
    
इस अवसर पर माननीय जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती रेणु देवी, उपाध्यक्ष श्रीमती ललिता देवी, संयुक्त निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता,अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था राकेश कुमार रंजन, उप निदेशक सांख्यिकी शंभू प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी विपिन बिहारी सिन्हा, डीडीएम नाबार्ड एवं अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित थे।
   
इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए अपर समाहर्ता ने कहा कि प्रथम चरण के आवेदक किसानों का चयन कर उनके कृषि यंत्रों को लिए परमिट निर्गत कर दिया गया है, आने वाले दिनों के लिए दिए जाने वाले यंत्रों के आवेदन प्रक्रियाधीन है।
  
उन्होंने कहा कि जो किसान यहाँ उपस्थित हैं, वे अपने माध्यम से अपने क्षेत्र के किसानों को जानकारी दें कि कृषि यांत्रिकरण मेला में कृषि से संबंधित 108 प्रकार के उपकरण/औजार अनुदान पर उपलब्ध है, वे मेला भ्रमण कर इसकी जानकारी प्राप्त करें और लाभ उठावें।
  
उन्होंने कहा कि इस मेला यही उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर किसान जो उन्नत कृषि तकनीकी से अनभिज्ञ है और इसका लाभ नहीं उठा पाए हैं,वे यहाँ आएं और इसका लाभ उठावें।
   
उन्होंने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का जमाना है और प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए आपके पास अद्यतन एवं उन्नत औजार आवश्यक है।
    
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष ने कृषि यांत्रिकरण मेला को किसानों के लिए लाभप्रद बताया और कहा की इससे कृषि में उन्नति होगी।
    
कार्यक्रम को जिला परिषद उपाध्यक्ष एवं कृषि विभाग के पदाधिकारीयों ने संबोधित किया।
    
इस अवसर पर अपर समाहर्ता एवं अन्य विशिष्ट अतिथि गण कृषि यांत्रिकरण मेला में लगे सभी स्टॉल का एक-एक कर अवलोकन किया तथा रीपर कंबाइंडर की चाभी आवेदक किसान को प्रदान किया।
   
किसान ने बताया कि 05 लाख 35 हजार की मशीन में उसे 02 लाख रुपये का अनुदान मिला है। वह इस मशीन का प्रयोग अपने फसल कटनी के लिए करेगा तथा स्थानीय किसानों को भी कम भाड़े पर मुहैया कराएगा।
  
इस अवसर पर केवटी के किसान उत्पादक समूह के प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार चौरसिया को ट्रैक्टर की चाभी प्रदान की गई।
   
सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण डॉ.आकांक्षा ने बताया कि किसान उत्पादक समूह को 80 प्रतिशत के अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जाता है, 12 लाख के ट्रैक्टर में लगभग 09 लाख 60 हजार रुपये अनुदान शामिल हैं।
  
कृषि मेला में राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा व कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत कृषि, कृषि में आधुनिक तकनीक का प्रयोग, उन्नत बीज, फसल चक्र, जैविक खेती के लाभ, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, बीज की गुणवत्ता जाँच के लाभ से किसानों को अवगत कराया गया। बताया गया कि उन्न्त कृषि अपनाकर पंजाब व हरियाणा के किसान कृषि को अपना आधार बना चुके हैं।