30 बेड का रेफरल अस्पताल सिर्फ 3 चिकित्सक एवं 3 नर्स के जिम्मे-सुरेंद्र प्रसाद सिंह।

महिला चिकित्सक के आभाव में ममता द्वारा प्रसव कराने से बच्चे-जच्चे की हो रही मौत- प्रभात।

कभी जांच, एक्सरे केंद्र बंद तो कभी दवा की किल्लत- आसिफ होदा।

रात में उपलब्ध नहीं रहते चिकित्सक, ईमरजेंसी रोगी को कर दिया जाता रेफर- मो० एजाज़।

5 सूत्री मांगपत्र प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को सौंपकर कारबाई अन्यथा आंदोलन तेज करने की चेतावनी।

मांग पूरा नहीं तो 30 नवंबर को अस्पताल में तालाबंदी आंदोलन- ब्रहमदेव प्रसाद सिंह।

#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 31 अक्टूबर, 10 प्रखंडों के रोगियों को ईलाज करने 30 बेड वाला कर्पूरी ठाकुर रेफरल अस्पताल में तमाम सृजित पदों पर चिकित्सक, नर्स एवं कर्मियों को पदस्थापित कर बेहतर ईलाज की व्यवस्था की मांग को लेकर मंगलवार को भाकपा माले ने अस्पताल के समक्ष जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया।

झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर बड़ी संख्या में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान जोरदार नारेबाजी के बाद धरना पर बैठ गये।
मौके पर प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। जिला कमिटी के सदस्य आसिफ होदा, प्रखण्ड कमिटी के सदस्य प्रभात रंजन गुप्ता, ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, शंकर महतो, बासुदेव राय, मो० एजाज़, समेत चांद बाबू, मो० ईर्शाद, मो० सरफराज, मो० वाहीद होदा, संजीव राय, रामरतन सिंह, रवींद्र प्रसाद सिंह, कैलाश सिंह, हरेंद्र सिंह, मो० अबुबकर, बखेरी सिंह, मलितर राम, नरेश ठाकुर, मो० हुसैन, मो० कयूम, बिरजू कुमार आदि दर्जनों वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए अस्पताल की कुव्यवस्था के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जिम्मेवार बताया।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि समस्तीपुर के आसपास के 7-8 प्रखण्ड के अलावे सीमावर्ती ईलाके के मुजफ्फरपुर एवं वैशाली के सैकड़ों रोगी रोज ईलाज कराने आते हैं और निराश होकर लौट जाते हैं। 8 सृजित पद पर मात्र 3 चिकित्सक एवं 4 सृजित पद पर मात्र 3 नर्स है। महिला चिकित्सक का पद खाली पड़ा है। ममता द्वारा प्रसव कराने से बच्चे- जच्चे की मौतें बढ़ती जा रही हैं। कभी जांच केंद्र बंद, कभी एक्सरे केंद्र बंद तो कभी आवश्यक दवा की किल्लत से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रात्रि में चिकित्सक के नहीं रहने के कारण ईमरजेंसी रोगी के परिजनों द्वारा कई बार अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़ की घटनाएं हो चुकी हैं।

माले जिला कमिटी सदस्य आसिफ होदा एवं प्रखण्ड कमिटी सदस्य प्रभात रंजन गुप्ता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अस्पताल में प्रसव कार्य, रोगी को एडमिट करने, जन्म प्रमाण पत्र देने आदि में अवैध वसूली किया जाता है।

मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट मनरेगा पदाधिकारी सुमित कुमार के पहल पर 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा० सोनेलाल राय से मिलकर 5 सूत्री मांग पत्र सौंपकर यथाशीघ्र मांग पूरा करने अन्यथा 30 नवंबर को अस्पताल में तालाबंदी करने की चेतावनी दी।