केवाला रद्द करने तथा भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण पर रोक लगाने और पर्चा वाली भूमि पर दखल कब्जा दिलाने तथा भूमि अधिकार कानून बनाने की मांग को लेकर बिहार विधानसभा से लेकर सड़क तक चरणबद्ध आंदोलन चला रही है भाकपा- माले ।

सितंबर माह के प्रथम सप्ताह में दखल कब्जा एवं अवैध निर्माण पर रोक लगाने तथा भूमि चोर व भू-माफिया प्रशासन गठजोड़ का पर्दाफाश करने एवं कठोर कार्रवाई करने कि मांग को लेकर पर्चाधारियों के द्वारा आयोजित होगा घेरा डालो- डेरा डालो आंदोलन। भाकपा-माले

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लेकिन कुछ भूमि को छोड़ कर करीब 200 सौ से उपर परिवारों को भूमि पर दखल कब्जा दिलाने में विफल रहा जयनगर के प्रशासन जबकि उक्त पर्चा वाली भूमि को भूमि चोर व भू- माफिया गठजोड़ से तत्कालीन अंचलाधिकारी व अबर निबंधन पदाधिकारी के सहयोग से कागजी दाव पेच के तहत कई एकड़ पर्चा वाली भूमि की खरीद-बिक्री किया गया है और अंचलाधिकारी द्वारा केवाला का दाखिल ख़ारिज किया जा चुका है। और पर्चाधारी परिवार भूमि पर दखल कब्जा के लिए दरदर भटक रहे हैं।

ज्ञात हो कि उसराही – देवधा मौजा में जयनगर अंचल के अभिलेख संख्या – 1 वर्ष 2004- 2005 के तहत 50 भूमिहीन बेल्ही दक्षिणी एवं देवधा दक्षिणी पंचायत के परिवारों को उसराही – देवधा मौजा एवं अभिलेख संख्या – 4 वर्ष 2004 – 2005 के तहत 15 दलित भूमिहीन परिवारों को कुआढ़ मौजा मे भूमि की पर्चा तत्कालीन अंचलाधिकारी जयनगर एवं अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर के संयुक्त हस्ताक्षर से 12 अप्रैल 2005 को मुहैया कराया गया था। लेकिन कई वर्षो के बाद भी पर्चाधारियों को पर्चा बाली भूमि पर दखल कब्जा प्रशासन के द्वारा नहीं दिलाने के खिलाफ और उक्त पर्चा बाली भूमि पर दखल कब्जा दिलाने की मांग को लेकर भाकपा माले के नेतृत्व में पर्चाधारियों के द्वारा आंदोलन चलाने पर उक्त भूमि पर भूमि चोर व भू-माफिया के द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा है। जबकि भाकपा-माले के द्वारा बिहार विधानसभा से लेकर सड़क तक भूमि अधिकार कानून बनाने को लेकर लगातार आंदोलन चला रही है। और अगले माह के प्रथम सप्ताह में पर्चाधारियों को संगठित कर भाकपा-माले के नेतृत्व में अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर के समक्ष पर्चा वाली भूमि पर कब्जा दिलाने और अवैध निर्माण पर रोक लगाने तथा भूमि चोर व भू-माफिया और प्रशासन गठजोड़ को पर्दाफाश करने तथा कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर घेरा डालो- डेरा डालो आंदोलन की घोषणा कीया गया।