-फाइलेरिया से बचाव के लिए खिलाई जाएगी दवा।
– जिले के 18 प्रखंडों में होगा फ्री-टास्क।
#MNN@24X7 मधुबनी , 27 जुलाई, जिले में 10 अगस्त से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा वितरण कार्यक्रम का आयोजन होगा. अभियान जिले के शहरी क्षेत्र सहित बेनीपट्टी, बिस्फी एवं पंडौल में चलाई जाएगी. विदित हो कि अभियान के लिए जून माह में 18 से 23 जून तक नाइट ब्लड सर्वे किया गया था. जिसमें रात्रि 8:30 बजे के बाद प्रत्येक प्रखंड से 600 लोगों का रक्तपट्ट संग्रह लिया गया था. जिसमें 18 प्रखंडों मे नाइट ब्लड सर्वे के दौरान निर्धारित किसी साइट पर मैक्रो फाइलेरिया दर एक फीसदी से कम या शून्य मरीज मिला. लिहाजा फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर प्री ट्रांस एसेसमेंट सर्वे फेज में जा पंहुचा है.
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार झा ने बताया अभियान की सफलता के लिए डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. शिक्षा विभाग एनसीसी, एनएसएस, जीविका, पंचायती राज विभाग सहित अन्य विभागों से सहयोग की अपील की गई है. विभाग तथा सहयोगी संस्था के सहयोग से स्कूल मदरसा के छात्रों को जागरूक किया जा रहा है.
इसी संदर्भ में गुरुवार को मदरसा अरबिया मिशबाहुलूम , गाँव – मकिया , ब्लॉक – बेनीपट्टी के छात्रों को पीसीआई के ज़िला समन्वयक विशाल कुमार के द्वारा 10 अगस्त से शुरू होने वाली सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को लेकर जागरूक किया गया. अध्यापक और छात्रों से अपील की गयी कि इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें. साथ ही फाइलेरिया से बचाव की दवा ख़ुद भी खाएँ अपने पूरे परिवार को खिलायें. आस पास की घरों में यह दवा खाने के लिए सभी लोगों को प्रेरित भी करेंगे.
10 अगस्त से जिले में खिलाई जाएगी दवा:
फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत 10 अगस्त से दवा खिलाई जाएगी. जिसमें 02 से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी. लोगों द्वारा अल्बेंडाजोल का सेवन आशा की उपस्थिति में चबाकर किया जाना है. 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलायी जानी है. कार्यक्रम में छूटे हुए घरों में कर्मियों द्वारा पुनः भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी. खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है. दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खानी जरूरी है.अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है.
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग की रणनीति :
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2030 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वहीं राज्य सरकार के द्वारा वर्ष 2027 तक उन्मूलन करने का लक्ष्य रखा गया है. जिसके लिए प्रतिवर्ष सर्वजन दवा वितरण कार्यक्रम के तहत 2 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को दवा खिलाई जाती है.जिसमें आम लोगों को जागरूक होना होगा.तभी अभियान को सफल बनाया जा सकता और हमारा समाज फाइलेरिया से मुक्त हो सकता है.