दलितों के चेहरे पर पैशाब करने वाले ब्राह्मणवादी व्यवस्था का दलाल है उजियारपुर का सांसद – भाकपा (माले)।

#MNN@24X7 उजियारपुर, 7 जुलाई 2023 । भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने प्रखंड सचिव गंगा प्रसाद पासवान के नेतृत्व में बाबूलाल चौक पर इकट्ठा हो कर उजियारपुर के सांसद नित्यानंद राय के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में दलित के चेहरे पर भाजपा कार्यकर्ता पैशाब करता है। बिहार में रामनवमी के जूलूस निकालकर भाजपा नेता दंगा भड़काने की कोशिश करता है और जब उसकी पहचान कर कानून के तहत कार्रवाई होती है तो एक बाबा को बिहार बुला कर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश होती है और फिर संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की मूर्ति को तोड़वाया जाता है। उजियारपुर का सांसद नित्यानंद राय गरीब -दलित विरोधी ही नहीं ब्राह्मणवादी व्यवस्था का असली दलाल है।

प्रखंड सचिव गंगा प्रसाद पासवान ने उजियारपुर स्टेशन चौक पर सांसद के पुतला दहन के लिए आयोजित प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले नौ वर्षों से उजियारपुर के सांसद हैं नित्यानंद राय लेकिन उजियारपुर मुख्यालय सहित दर्जनों जर्जर सड़कें जानलेवा साबित हो रही है लेकिन सांसद झूठ मूठ के मोदी के गुणगान में लगे हैं। प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना में करोड़ों रूपए का भ्रष्टाचार हुआ है बच्चा के माता को तीन हजार घुस लेकर पांच हजार रुपए दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि 2022 तक सभी गरीबों को पक्का मकान देने का वायदा करने वाले पीएम मोदी अब प्रधानमंत्री आवास योजना को हमेशा के लिए बंद करने जा रहे हैं। 2014 में 450/- रूपए में मिलने वाले गैस सिलेंडर अब 1250/- रूपए में मिल रहा है । गरीबों के घर में गैस चूल्हा पर नहीं बल्कि खर-पतबार पर खाना बनता है। किसानों की आय दुगुना करने का वायदा करने वाली भाजपा सरकार ने रासायनिक खादों की बेतहाशा कीमतों में बढ़ोत्तरी कर दिया है। तीन काले कृषि कानून लाकर किसानों को कम्पनी का गुलाम बनाने की मंसूबा पाले हुए है । आज भाजपा की सरकार में देश के लिए मैडल जीतकर लाने वाली बेटियों का यौनशोषण भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह करता है फिर भी मोदी सरकार उसके खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय आंदोलन कर रहे पहलवान बेटियों को लाठी से पिटवाने का कार्य करता है।

उजियारपुर स्टेशन चौक पर सांसद नित्यानंद राय के पुतला दहन कार्यक्रम में तनंजय प्रकाश,मो० फरमान, अर्जुन दास, प्रवीण आंनद,निर्धन शर्मा,मो० शराफत, बिनोद कुमार दास, मधुकर कुमार,युगेश्वर सिंह, महेश प्रसाद सिंह, मो० मुबारक, मो० आबिद, मो० आजाद, मो० बरकत, मो० दिलशाद, मो० साकिर, मो० सकूर, रामगोविन्द दास, रायबहादुर सहनी, रामविलास सहनी, कैलाश सहनी, ललित सहनी, भीम सहनी, रंजित दास, मो० शमीम और साहेब पासवान सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।