नफरत और पुलिसिया बर्बरता पर रोक लगाओ- सुरेंद्र प्रसाद सिंह।

सुरक्षाकर्मियों का सांप्रदायिकीकरण बंद करो- ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह।

ताजपुर/समस्तीपुर, 11 मार्च, दिल्ली में नमाजियों के प्रति अपमान और हिंसा के खिलाफ दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस के तहत सोमवार को भाकपा माले एवं इनौस के संयुक्त झंड़े -बैनर तले जुलूस निकालकर सभा किया गया।

बड़ी संख्या में भाकपा माले एवं इनौस के कार्यकर्ता रेफरल अस्पताल गेट के पास जुटकर भाकपा माले के झंड़े -बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर प्रतिवाद मार्च निकाला। नारे लगाकर बाजार क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद मार्च अस्पताल चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 8 मार्च 2024 को राजधानी दिल्ली के इंद्रलोक में जुम्मे की नमाज पढ़ रहे मुस्लिमों को पुलिस ने सरेआम अपमानित किया, नमाज में झुके लोगों को लात मारी, धक्के दिए और पिटाई की। देश में मुस्लिमों के खिलाफ भाजपा लगातार घृणा व हिंसा फैला रही है। उसने सुरक्षा बलों के सांप्रदायिकीकरण का भी अभियान चला रखा है। इसी का नतीजा दिल्ली की घटना है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य होता है जब कोई पढा-लिखा व्यक्ति कहता है कि पुलिस नमाज पढने वालों को क्यों न पीटे, वे सार्वजनिक स्थल पर नमाज क्यों पढ़ते हैं? -तो फिर सार्वजनिक स्थल पर कथा, प्रवचन और यज्ञ, अष्टजाम, जागरण आदि कैसे होते हैं? सड़क पर या उसके किनारे सार्वजानिक स्थल पर नये उपासना-स्थल कैसे बन जाते हैं? भारत जैसे विविधता भरे समाज में सामंजस्य, सद्भावना, परस्पर प्यार और सहिष्णुता की ज्यादा जरूरत है। टकराव, असहिष्णुता और विद्वेष से समाज न सुंदर होगा और न सुरक्षित रहेगा।

सभा को ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, शंकर महतो, मनोज कुमार सिंह, हरेंद्र सिंह, आसिफ होदा, मो० एजाज, वाहीद होदा, रौकी खान, परवेज इकबाल, नजरे आलम, मो० क्यूम, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल मालिक, राजद के प्रखंड अध्यक्ष नूर आलम समेत दर्जन भर आइसा, इनौस एवं भाकपा माले नेताओं ने संबोधित किया।

एक प्रस्ताव पारित कर नमाजियों को पीटने वाले पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार तोमर पर एफआईआर दर्ज कर जेल में बंद करने, नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की गई।