#MNN@24X7 दरभंगा, जिला दण्डाधिकारी राजीव रौशन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार द्वारा संयुक्तादेश निर्गत करते हुए कहा कि इस वर्ष काली पूजा एवं दीपावली 12 नवम्बर 2023 एवं गोवर्द्धन पूजा तथा दवात पूजा 13 नवम्बर 2023 को मनाये जाने की सूचना है।
 
उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व के अवसर पर भारी आवाज वाले पटाखा फोड़ने, जगह-जगह जुआ खेलने, दुकान के चारों तरफ दीप जलाने एवं आतिशवाजी किया जाता है। कहा कि ज्वलनशील एवं विस्फोटक पदार्थ का उपयोग किये जाने से धन-जन की क्षति होने की संभावना बनी रहती है, इसलिए इस अवसर पर विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
 
वहीं दवात पूजा के अवसर पर कायस्थ समाज अपने घरों या किसी खास स्थानों पर मूर्ति स्थापना कर पूजा अर्चना करते हैं तथा चित्रगुप्त पूजा विसर्जन के समय शोभा यात्रा निकाली जाती है, इसलिए इस पर भी विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
 
उन्होंने कहा कि विशेष रूप से थानाध्यक्ष, लहेरियासराय, नगर, विश्वविद्यालय, बेंता, सदर, बहादुरपुर, बलभद्रपुर शिविर, बिरौल, बहेड़ा, मनीगाछी, अलीनगर अपने-अपने थाना क्षेत्र में बाजारों एवं भीड़-भाड़ वाले स्थानों में गुण्डा तत्वों, असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखेंगे एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में आवागमन की व्यवस्था सुचारू रूप से अपने स्तर से करना सुनिश्चित करेंगे तथा इस पर विशेष निगरानी एवं सर्तकता बरतेंगे।
 
साथ ही उन्होंने जिला संयुक्तादेश में वर्ष 2006 से विभिन्न प्रखण्डों में घटित संप्रदायिक विवाद का उल्लेख करते हुए, वैसे स्थलों पर विशेष निगरानी एवं सतर्कता बरतने का निर्देश सभी संबंधित थाने को दिया है।
 
उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के विभिन्न क्षेत्रों में एवं जिले में पूर्व में घटित घटनाओं तथा साम्प्रदायिक तत्वों के गतिविधियाँ भी उक्त पर्व के अवसर पर विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न कर सकती है। इसके अतिरिक्त धार्मिक संस्थानों की गतिविधियों पर भी साम्प्रदायिक सद्भाव को बनाये रखने में बाधक सिद्ध हो सकती है। साथ ही असामाजिक तत्वों द्वारा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के उद्धेश्य से सोशल मीडिया के माध्यम से साम्प्रदायिक तनाव एवं विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले तथा अफवाह फैलाने वाले तत्वों/संस्थाओं/असामाजिक तत्वों एवं गुण्डा तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है।
 
उन्होंने यातायात प्रभारी, दरभंगा को निर्देश दिया है कि धनतेरस पर्व, दीपावली पर्व, गोवर्द्धन पूजा तथा चित्रगुप्ता पूजा के अवसर पर पर्व के समाप्ति तक सभी चौक-चौराहों पर प्रातः 06ः00 बजे से रात्रि 12ः00 बजे तक यातायात पुलिस की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे तथा शहरी क्षेत्र के सघन एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में आवागमन सुचारू रूप से चांलन कराना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही स्वंय भ्रमणशील रहकर इसका अनुश्रवण करते हुए यातायात व्यवस्था एवं विधि-व्यवस्था संधारित करायेंगे।
 
उन्होंने कहा कि उक्त पर्व के अवसर पर असामाजिक तत्वों/गुण्डा तत्वों एवं साम्प्रदायिक तत्वों के विरूद्ध पूर्व में ही निरोधात्मक कार्रवाई किया जाना आवश्यक है। इसलिए सभी थानाध्यक्ष/ओ.पी. अध्यक्ष ऐसे तत्वों के विरूद्ध दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत कार्रवाई करेंगे, ताकि किसी प्रकार की अशांति अथवना तनाव होने पर ऐसे तत्वों की गिरफ्तारी सुनिश्चित किया जा सके।
 
उन्होंने कहा कि ऐसे सभी स्थानों जहाँ पूर्व में घटना घटित हुई है अथवा इस त्योहार के अवसर पर शांति भंग होने की आशंका है अथवा जहाँ मेला आदि का आयोजन होता है, जुलूस निकालते है, वैसे स्थानों पर दोनों समुदायक के बीच सोहार्द/सद्भावना बनाये रखने की दिशा में उन स्थलों पर मुखिया, सरपंच, दोनों समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के अतिरिक्त उक्त क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों को भी शांति समिति के सदस्य बनाते हुए शांति समिति की बैठक करते हुए उक्त पर्व को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही सभी सदस्यों का नाम एवं मोबाईल नम्बर का संधारण निश्चत रूप से करेंगे।
 
उन्होंने दीपावली, काली पूजा, गोवर्द्धन पूजा एवं दवात पूजा के अवसर पर विधि व्यवस्था संधारित रखने हेतु जिले के सभी संवेदनशील स्थलों सहित 216 स्थलों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त यदि किसी स्थानों पर बल की प्रतिनियुक्ति की आवश्यकता हो, तो थानाध्यक्ष अपने स्तर से पुलिस बल एवं ग्रामीण पुलिस की प्रतिनियुक्ति करेंगे।
 
उन्होंने कहा कि प्रतिनियुक्त स्थान के पूर्व इतिहास एवं वर्तमान स्थिति के बारे में पुलिस पदाधिकारी एवं दण्डाधिकारी को अवगत करायेंगे, ताकि विधि-व्यवस्था बनाये रखने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई उत्पन्न नहीं हो।
 
उन्होंने कहा कि उक्त पर्व के अवसर पर दरभंगा, समाहरणालय में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी हैं, जिसका दूरभाष नम्बर – 06272-240600 है। जिला नियंत्रण कक्ष के पदाधिकारी अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था राकेश रंजन  बनाया गया है।
 
परिचारी प्रवर, पुलिस केन्द्र को निदेशित किया गया कि वे अपने स्तर से जिला नियंत्रण कक्ष में उपरोक्त अवधि के अनुसार पुलिस पदाधिकारी सहित पर्याप्त संख्या में सशस्त्र लाठी बल की प्रतिनियुक्ति करेंगे तथा पुलिस केन्द्र, दरभंगा में एक बज्रवाहन एवं दो आश्रुगैस दस्ता को तैयारी हालत में रखना सुनिश्चित करेंगे।
 
कार्यपालक अभियंता, शहरी विद्युत आपूर्ति प्रमण्डल, दरभंगा को निर्देश दिया गया कि वे एक कनीय अभियंता के साथ विद्युत लाईन मैन की प्रतिनियुक्ति जिला नियंत्रण कक्ष में करना सुनिश्चित करेंगे।
 
सिविल सर्जन, दरभंगा को निर्देश दिया कि वे अपने स्तर से एक एम्बुलेंस एवं आवश्यक दवा एवं उपकरण के साथ चिकित्सक दल, मेडिकल कर्मी की प्रतिनियुक्ति जिला नियंत्रण कक्ष में करना सुनिश्चित करेंगे।
 
अग्निशाम पदाधिकारी, दरभंगा को निर्देश दिया गया कि अग्निशाम वाहन की प्रतिनियुक्ति सभी सुविधाओं के साथ जिला नियंत्रण कक्ष में करना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही पर्यवेक्षक, भी.एच.एफ, दरभंगा को दीपावली के अवसर पर भी.एच.एफ कन्ट्रोल सहित जिला के सभी थाना के वितन्तु सेट खुला रखने का निर्देश दिया गया एवं उक्त पर्व के अवसर पर लगातार खैरियत प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करेंगे।
 
उन्होंने कहा कि सभी पुलिस बल एवं दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति  एवं 14 नवम्बर के तक की गयी है। उन्होंने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी/पुलिस बल आज से ही अपना प्रतिनियुक्ति स्थान ग्रहण करेंगे एवं वरीय पदाधिकारियों से आदेश प्राप्त करने के उपरान्त ही प्रतिनियुक्त स्थान को छोड़ेगे।
 
उन्होंने कहा कि कालीपूजा मे प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल मूर्ति विसर्जन तक तैनात रहेंगे, यदि किसी कारणवश शांति भंग होने या तनाव होने की संभावना हो, तो प्रतिनियुक्त बल तथा पदाधिकारी वहाँ तब तक बने रहेंगे, जब तक कि उस स्थान विशेष की स्थिति शांत नहीं हो जाय।
 
परिचारी प्रवर, पुलिस केन्द्र, दरभंगा को सभी प्रतिनियुक्त बल एवं पुलिस पदाधिकारी को हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, केन शिल्ड आदि की आपूर्ति करने का निर्देश दिया गया तथा सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को पुरी चुश्ती एवं मुश्तैदी के साथ ड्यिटी करने का निर्देश दिया गया।
 
उन्होंने कहा कि सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में विधि-व्यवस्था के प्रभार में रहेंगे। साथ ही सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी,पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), पुलिस निरीक्षक,प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र का खैरियत प्रतिवेदन लिखित रूप से जिला दण्डाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, दरभंगा के कार्यालय को समर्पित करेंगे। इसके साथ ही किसी प्रकार की घटना एवं तनाव की स्थिति उत्पन्न होने पर इसकी सूचना जिला दण्डाधिकारी  एवं वरीय पुलिस अधीक्षक को देते हुए अविलम्ब कार्रवाई करेंगे।
 
सभी प्रखण्डों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि अपने आवंटित प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष से समन्वय करते हुए उक्त पर्व को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही यदि कोई घटना होने की सूचना प्राप्त होती है, तो तुरंत उस स्थल पर पहुँचकर उसे नियंत्रित करते हुए पर्व को शांति पूर्वक सम्पन्न करायेंगे।
 
उन्होंने कहा कि सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने-अने अनुमण्डल क्षेत्र में विधि-व्यवस्था के सम्पूर्ण में रहेंगे तथा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं पुलिस निरीक्षक अपने क्षेत्र क्षेत्र के प्रभार में रहकर विधि-व्यवस्था/शांति व्यवस्था संधारित करते हुए उक्त पर्व को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराऐंगे।
 
इसके साथ ही अपर समाहर्त्ता (राजस्व)-सह- अपर जिला दण्डाधिकारी राजेश झा ‘‘राजा’’ सदर अनुमण्डल के एवं बेनीपुर अनुमण्डल के जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनिल कुमार , बिरौल अनुमंडल के जिला भू-अर्जन पदाधिकारी बालेश्वर प्रसाद एवं बिरौल अनुमंडल के सम्पूर्ण वरीय प्रभार में रहेंगे। वे संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी/अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से अनुश्रवण एवं समन्वय कर उक्त पर्व को शांतिपूर्ण संपन्न कराना सुनिश्चित करेंगे।