-जिला स्वास्थ समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा है कार्यशाला
– नसबंदी के लिए लाभार्थी को करेंगे चिन्हित
मधुबनी 5/ अगस्त

#MNN@24X7 मधुबनी, परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्वास्थ समिति मधुबनी के तत्वाधान में स्थानीय होटल में पंचायत प्रतिनिधियों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम किया जा रहा है इस क्रम में पंचायत प्रतिनिधियों का ज्ञानवर्धन किया गया. ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अग्रिम पंक्ति के कर्मियों आशा और एएनएम के द्वारा संचालित कार्यक्रमों की ग्राम पंचायत के द्वारा मॉनिटरिंग की जा सके साथही अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को उनके कार्य में आने वाली बाधाओं के प्रति सहयोग प्रदान किया जा सके कार्यक्रम में प्रशिक्षण एसीएमओ, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक के द्वारा दिया गया इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों को बताया गया है कि जिले में अगले माह 4 सितंबर से 26 सितंबर तक मिशन परिवार विकास कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें जनप्रतिनिधियों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी और कार्यक्रम को सफल बनाना है.

जिला स्वास्थ समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा है कार्यशाला:

एसीएमओ डॉ. आर.के सिंह ने बताया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत समुदाय आधारित अनुश्रवण एवं जागरूकता के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका अहम मानी गई है ग्राम पंचायत में एएनएम के कार्यों की निगरानी, संरक्षण एवं ग्राम स्वास्थ्य समिति के माध्यम से समुदाय को जागरूक करने और स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को समाज के अंतिम व्यक्ति तक ले जाने के उद्देश्य से पंचायत प्रतिनिधियों का क्षमता संवर्धन करना महत्वपूर्ण है जिसको लेकर जिला स्वास्थ समिति द्वारा प्रखंड वार उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है ताकि जन-जन तक परिवार नियोजन के उद्देश्य को पहुंचाया जा सके.

नसबंदी के लिए लाभार्थी को करेंगे चिन्हित

जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज मिश्रा ने बताया जिले के प्रत्येक पंचायत के मुखिया अपने पंचायत क्षेत्र के प्रत्येक गांव से पुरुष नसबंदी के लिए एक-एक इच्छुक लाभार्थी को चिन्हित करेंगे और उन्हें नसबंदी के लिए प्रेरित करते हुए आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से स्वास्थ्य संस्थानों में लाएंगे साथ ही सबसे बेहतर प्रदर्शित करने वाले पांच मुखिया को जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा जनप्रतिनिधियों को बताया गया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता को ध्यान में रख पंचायत प्रतिनिधियों को इस अभियान में शामिल किया जा रहा है ताकि पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से युवाओं, नवविवाहित जोड़ों और एक बच्चे वाले जोड़ों को बच्चों में अंतराल सुनिश्चित कराने वाले आधुनिक गर्भनिरोधक और अस्थाई साधनों का उपयोग करने के लिए सक्षम बनाया जा सके साथ ही परिवार नियोजन की राह में आ रही सबसे बड़ी बाधा पुरुष नसबंदी के बारे में व्याप्त भ्रांतियों को दूर किया जा सके.