#MNN@24X7 दरभंगा, 11 नवम्बर, आज बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ दरभंगा द्वारा महासंघ कार्यालय लहेरियासराय में महान स्वतंत्रता सेनानी शिक्षाविद स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के 136वीं में जन्म दिवस के अवसर पर उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया।

इस अवसर पर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री फूल कुमार झा ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिवस को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

कलाम साहब देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाया वे महात्मा गाँधी के विचारों से प्रभावित थे।

आजादी की लड़ाई में उन्हें रांची जेल में सजा काटनी पड़ी थी, उन्हें इतिहास तथा गणित की शिक्षा भी मौलाना से मिली, वे उर्दू, फारसी, हिंदी, अरबी तथा अंग्रेजी भाषा सिखी, हालांकि उन्होंने किसी विद्यालय, विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं लिया। कलाम साहब 1940-43 के बीच राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे।

उन्हीं के कार्यकाल में अंग्रेजों भारत छोड़ो 1942 में महात्मा गांधी के आह्वान पर आरंभ हुआ। वे पत्रकार, लेखक, कवि एवं राष्ट्रभक्त थे। वे समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाले महापुरुष थे।

इस अवसर पर महासंघ के सहायक जिला मंत्री मो. ईशा खान ने कहा कि आज हमें मौलाना अबुल कलाम आजाद के बताए गए रास्ते पर चलने से ही देश का भला होगा। आज उनके शिक्षा नीति को बदला जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

इस अवसर पर इफ्तेखार अहमद, शिवजी मोची, नेहाल अहमद, राजेश कुमार,सुनील कुमार, राघव कुमार, जमील अख्तर अंसारी, अख्तर हुसैन आदि ने पुष्पांजलि अर्पित किया तथा उनके विचारों पर चलने का संकल्प लिया।