भूकम्प सुरक्षा सप्ताह के तहत क्विज एवं निबंध प्रतियोगिता का किया गया आयोजन।

#MNN@24X7 दरभंगा, 24 जनवरी, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में राजकीय पोलिटेक्निक, दरभंगा में बिहार की भूकम्प संवेदनशीलता – पूर्व तैयारी एवं न्यूनीकरण के उपाय विषय पर व्याख्यान/सेमिनार तथा भूकम्प सुरक्षा सप्ताह (15-21 जनवरी) के तहत क्विज एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित प्रभारी पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन, दरभंगा आलोक राज, प्राचार्य, राजकीय पोलिटेक्निक, दरभंगा डॉ. कमल किशोर पाठक द्वारा संयुक्त रूप से सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उदघाटन किया गया।

तत्पश्चात उपस्थित पदाधिकारी द्वारा मुख्य अतिथि को पाग-चादर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
प्रभारी पदाधिकारी (आपदा) ने उपस्थित छात्रों को सम्बोधित करते हुए भूकम्प सुरक्षित निर्माण में रुचि लेने एवं विशेषज्ञता प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष 15-21 जनवरी तक *भूकम्प सुरक्षा सप्ताह* मनाया जाता है, जिसमें जिला स्तर से लेकर प्रखण्ड/पंचायत स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।

उन्होंने कहा कि भूकम्प सुरक्षा सप्ताह के द्वारा आमजनों को भूकम्प सुरक्षा हेतु भूकम्प से पहले, भूकम्प के दौरान एवं भूकम्प के झटके रोकने पर क्या करें ?, क्या न करें ? के  बारे में जानकारी दी जाती है।

उन्होंने कहा कि भूकम्प से बचाव एवं भूकम्प विरोधी/आपदारोधी भवनों का निर्माण संबंधी उपायों के बारे में पंचायत जन प्रतिनिधियों से लेकर आमजनों को विस्तृत जानकारी दी जाती है।

उन्होंने कहा कि भूकम्प से पहले – अपने घर को भूकम्प प्रतिरोधी बनाने हेतु स्ट्रक्चर इंजीनियर से परामर्श प्राप्त करना चाहिए, दीवारों और छतों की दरारों की मरम्मत ससमय कराना चाहिए, घरों में हमेशा आपातकालीन किट तैयार रखना चाहिए, अपने परिवार के साथ एक निजी आपातकालीन योजना हमेशा तैयार रखना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भूकम्प के दौरान घबराएँ नहीं, शांत रहे, टेबल के नीचे जाएँ, एक हाथ से अपने सर को ढँके और भूकम्प के झटके समाप्त होने तक टेबल को पकड़े रहें, झटके समाप्त होते ही फौरन बाहर निकले, लिफ्ट का इस्तेमाल न करें, बाहर आने के बाद इमारत, पेड़ों, दीवारों और खंभे से दूर रहें, अगर आप गाड़ी के अंदर हैं, तो गाड़ी रोक कर झटका समाप्त होने तक अंदर ही रहें, पुल इत्यादि पर जाने से बचें।

उन्होंने कहा कि भूकम्प के बाद क्षतिग्रस्त इमारतों में न जाएँ, अगर आप मलबे में फंस गए है तो :- माचिस ना जलाएँ, अपने मुंह को कपड़े से ढकें, दीवार या नल पर खटखटाएँ और आवाज करें, सीटी बजाएँ, कोई अन्य उपाय न होने पर ही चिल्लाएँ, सीढ़ियों का प्रयोग करें, लिफ्ट या एलीवेटर का इस्तेमाल न करें।
प्राचार्य, राजकीय पोलिटेक्निक, दरभंगा-सह-अध्यक्ष डॉ. कमल किशोर पाठक ने सभा को सम्बोधित संबोधित करते हुए छात्रों एवं अन्य को सुरक्षित भविष्य हेतु आपदा प्रबंधन से संबंधित जानकारियाँ दी।

उक्त कार्यक्रम का संचालन प्रो. सत्येन्द्र नारायण कुँवर एवं डॉ. विश्वनाथ कुमार रजक ने किया।

इसके साथ ही भूकम्प सुरक्षा सप्ताह के तहत राजकीय पोलिटेक्निक, दरभंगा में  क्विज एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

उक्त अवसर पर विशेषज्ञ के रूप में प्रो. मो. शहनवाज, प्रो. सुमन कुमार, व्याख्याता, राजकीय पोलिटेक्निक, मधुबनी, प्रो. राजेश कुमार मण्डल, प्रो.  शत्रुघ्न कुमार, व्याख्याता, राजकीय पोलिटेक्निक, दरभंगा के साथ-साथ संस्थान के शिक्षक, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्रों ने भाग लिया।