केंद्र के भाजपा सरकार में देश के महिलाएं एवं लड़कियां असुरक्षित देश के प्रधानमंत्री और मणिपुर के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें

#MNN@24X7समस्तीपुर 21 जुलाई, मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने, सामूहिक ब्लात्कार करने के खिलाफ आइसा, आरवाईए, ऐपवा, भाकपा-माले के संयुक्त झंडा-बैनर तले शुक्रवार को शहर मालगोदाम चौक से प्रतिरोध मार्च निकाला गया। मार्च में शामिल कार्यकर्ता “मणिपुर में हिंसा रोकने में विफल मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, प्रधानमंत्री ईस्तीफा दो”, “पीड़ित महिलाओं को न्याय दो”, “मणिपुर हिंसा समाप्त करो- शांति, सद्भाव स्थापित करो”, “सामूहिक ब्लातकारियों को संरक्षण देना बंद करो” आदि आक्रोशपूर्ण नारे लगाते हुए मार्च बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौक पहुंचकर मार्च सभा में तब्दील हो गया।

सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मणिपुर राज्य में पिछले 4 मई 23 को 3 कुकी समुदाय की महिलाओं को नग्न कर पूरे क्षेत्र में घुमाने और फिर सामूहिक बलात्कार किया गया। इस घटना के ज़िम्मेदार अपराधियों को गिरफ्तार करने, महिला हिंसा की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व भाकपा माले के ज़िला सचिव उमेश कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, अमित कुमार, ललन कुमार, जीबछ पासवान, डा. ख़ुर्शीद ख़ैर, उपेंद्र राय, ऐपवा के बंदना सिंह, मनीषा कुमारी, प्रमीला राय, आरती देवी, आरवाईए के ज़िला सचिव रौशन यादव, जयंत कुमार, आइसा के जिलाध्यक्ष लोकेश कुमार, अनिल चौधरी, राज कुमार चौधरी,डा. अरुण कुमार, फूल देव सदा,ज्ञकुंदन राय, नवीन कुमार, अभिजीत कुमार,अमरजीत कुमार, तनंजय प्रकाश, दीपक यदुवंशी, रविरंजन सिंह आदि कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.