मिथिला विवि के परीक्षा विभाग के साढे पाँच करोड़ घोटाले के खिलाफ छात्र संगठन ने जलाया कुलपति का पुतला।- छात्र संगठन

कुलपति और निवर्तमान कुलसचिव के कार्यकाल वा संपति की जांच हो-छात्र संगठन।

#MNN@24X7 दरभंगा-17 अगस्त आज पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत छात्र संगठन आइसा, एआईएसएफ एनएसयूआई ने संयुक्त रूप से वर्तमान कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह का पुतला दहन विश्वविद्यालय मुख्यालय के प्रांगण में किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय में व्याप्त घोटाले, अराजकता और परीक्षा विभाग के साढे पाँच करोड़ रूपये के घोटाला, वर्तमान कुलपति और निवर्तमान कुलसचिव के कार्यकाल वा संपति की जांच कराने के लिए आज वर्तमान कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह का पुतला दहन विश्वविद्यालय मुख्यालय के प्रांगण में किया गया।

पुतला दहन का नेतृत्व एआईएसएफ के राज्य सह सचिव शरद कुमार सिंह, आइसा के जिला अध्यक्ष प्रिंस राज और एनएसयूआई के विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रह्लाद कुमार ने संयुक्त रूप से किया। पुतला दहन से पूर्व केंद्रीय पुस्तकालय से दर्जनों की संख्या में छात्र नेताओं ने मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति मुर्दाबाद, हमारा कुलपति चोर है, दलालों के भरोसे विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग नहीं चलेगा, परीक्षा विभाग में आराजकता व कुव्यवस्था क्यों? कुलपति जवाब दो, आदि की गगनचुंबी नारे लगाते हुए जुलूस के साथ में विश्वविद्यालय मुख्यालय पहुंचे।

पुतला दहन के उपरांत आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव एआईएसएफ के जिला सचिव शशिरंजन प्रताप सिंह, एनएसयूआई के राहुल कुमार सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में एक सभा हुई। जिसको संबोधित करते हुए उपस्थित छात्र नेताओं ने कहा कि वर्तमान कुलपति और निवर्तमान कुलसचिव अपने दलालों के भरोसे पूरे विश्वविद्यालय को लूटने पर लगे हुए हैं। वर्तमान कुलपति व निवर्तमान कुलसचिव ने अपने लोगों को परीक्षा विभाग में भरकर परीक्षा विभाग को लूट के हवाले कर दिए है। विवि में ऐसे भी लोग हैं जो विश्वविद्यालय किसी भी पद पर नहीं है और पूर्व शिक्षक रहे हैं। ऐसे रिटायर शिक्षकों को बैठाकर परीक्षा विभाग के द्वारा पूरे विश्वविद्यालय को बदनाम करने का कार्य मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में जो किसी पद पर नहीं है। उसे विश्वविद्यालय के सभी गोपनीये बैठक में शामिल करवाते है।
विश्वविद्यालय स्तर के सभी बैठकों में उनकी उपस्थिति रहती है। विश्वविद्यालय के अंदर दलालों का जमावड़ा हमेशा कुलपति के संरक्षण में लगा रहता है। कुलपति नैक के नाम पर पूरे विश्वविद्यालय मैं लूट मचाए हुए है। विश्वविद्यालय के नियमित सत्र को कुलपति ने अपने अहंकार के कारण लंबित कर दिया। कहीं नहीं पढाई होता है, ना ही समय पर पढ़ाई में प्रवेश होता है और न हीं समय पर परीक्षा और नहीं समय पर परिणाम दिए जाते हैं। कुछ परीक्षाओं के परिणाम आए भी है तो उसमें बहुत गलती है और उनके अंक पत्र अभी तक महाविद्यालय और संबंधित विभाग को नहीं पहुंचा है। जिससे छात्र लगातार विश्वविद्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं। अगर विश्वविद्यालय के द्वारा सभी प्रमाण पत्र छात्रों को महाविद्यालय और संबंधित विभाग को भेज दिया होता तो छात्रों को बिना वजह विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़ता।

मौके पर सभा को आइसा के जायनारायण यादव, विद्या यादव, अनिकेत कुमार, ए आई एस एफ के अवनीश कुमार, अखिलेश कुमार, प्रशांत कुमार, विकास कुमार, जितेंद्र साहू, सुधीर कुमार, निखिल कुमार, विकास यादव, एन एस यू आई के सीएम कॉलेज अध्यक्ष मो नसरुल्लाह बिहारी बाबू, साजिद खान, मोहम्मद लक्की ,लाल बाबू ,प्रताप कुमार, मो.इमरान ,फैज़ान आजम, अब्दुल्लाह, मो.समरान,प्रकाश, सर्वेश, नागमणि कुमार, अरुण कुमार सहित दर्जनों लोग शामिल थे।