#MNN@24X7 दरभंगा, 24 जुलाई, दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री अवकाश कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में मुहर्रम पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गयी।
 
बैठक में शांति समिति के सभी सदस्यों ने 23 जुलाई को बाजार समिति की घटना की निंदा की तथा दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कठोर से कठोर पकार्रवाई करने का प्रस्ताव दिया।
 
सदस्यों ने कहा कि जिले में शांति बनाये रखने के लिए थाना स्तर पर शांति मार्च निकालने की आवश्यकता है। घटित घटना मिथिलांचल की धरती को कलंकित करने की कोशिश है। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो सके, यह जिला शांति समिति के सभी सदस्यों का दायित्व होगा।
 
सदस्यों ने कहा कि मुहर्रम हो या रामनवमी, जहाँ पहले कभी झंडा नहीं लगा है, वहाँ नहीं लगे, न ही नया रूट दिया जाए, लेकिन महराजी पुल रूट बंद रहने की स्थिति में इमली घाट से होते हुए नये रूट की अनुमति देने की आवश्यकता होगी।
 
मुहर्रम कमिटी के सचिव ने 24 जुलाई से लेकर 30 जुलाई तक के जुलूस व ताजिया निकलने के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से नाका नम्बर – 06 तथा मुशरफ बाजार से किलाघाट रूट में जुलूस के दौरान बड़ी गाड़ियों के परिचालन का रूट बदलने का अनुरोध किया। साथ ही कहा कि फल मंडी एवं ताजिया के विभिन्न रूटों की साफ-सफाई की आवश्यकता है। बताया कि 9वीं के दिन किलाघाट में नियाज और फात्या होता है और इस दिन बहुत भीड़ लगती है, हराही पोखर, दोनार चौक, कर्पूरी चौक, दारू भट्टी चौक, मिलान चौक, खाजासराय पर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने तथा रात्रि गश्ती करवाने की सुझाव दिया।
 
सदस्यों ने 23 जुलाई को आपत्तिजनक झुठी खबरें चलाकर सामाजिक सौहार्द का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले न्यूज चैनलों पर कठोर कार्रवाई करने की अपील की।
 
जिला शांति समिति को सम्बोधित करते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि 25 जुलाई से जिले में फ्लैग मार्च कराया जाएगा, रात्रि गश्ती भी होगी, संवेदनशील स्थलों पर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति होगी, 23 जुलाई को अपने समाचार चैनलों व सोशल मीडिया पर जिन्होंने भी गलत व भ्रामक खबर फैलाए हैं, उनके विरूद्ध भी प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी।
 
उन्होंने कहा कि 23 जुलाई की घटना में जो लोग वीडियो फुटेज में उपद्रव करते नजर आ रहे हैं, उन सबों के साथ वे भी जो इस घटना के षडयंत्र में पर्दे के पीछे से शामिल हैं, वे भी जेल जाएगे, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
 
उन्होंने मुहर्रम समिति से डी.जे. एवं लाउडस्पीकर का प्रयोग यथा संभव नहीं करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि 70 डेसीबल आवाज, बोलचाल की आवाज होती है और उससे अधिक वॉल्यूम में बजाने लाउड स्पीकर बजाने की अनुमति माननीय उच्च न्यायालय की ओर से भी प्रतिबंधित है। 
 
उन्होंने मुहर्रम समिति के सचिव को प्रत्येक ताजिया जुलूस में प्रतिनियुक्त स्वंय सेवी (वॉलिंटियर्स) की सूची उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही उन्हें पहचान पत्र या बैज निर्गत करने को कहा, ताकि वे जुलूस में पहचान में आ सके।
 
बैठक में उप महापौर, दरभंगा नगर निगम श्रीमती  नाजिया हसन ने 23 जुलाई की घटना को कुशलतापूर्वक नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन की तारीफ की।
 
उन्होंने शांति समिति के सदस्यों से कहा कि यदि आपके गली-मोहल्लों का कोई बच्चा गलती करता है, तो उसे समझाए। उन्होंने मुहर्रम का त्योहार शांतिपूर्ण एवं भाईचारे के साथ मनाने की अपील की।
 
जिलाधिकारी ने शांति समिति को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिले की जनता को शांति के लिए आज संकल्प लेना होगा, अगर कुछ लोग जो त्योहार के अवसर पर घर आते हैं और ऐसा सोचते हैं कि हम तो त्योहार के अवसर पर आये हैं और फिर यहाँ से चले जाएंगे, इस बीच कुछ भी करेंगे, तो बच जाएगें, यह उनकी गलत फहमी है।
 
उन्होंने सभी थाना प्रभारी को ऐसे लोगों पर भी नजर रखने को कहा। उन्होंने कहा कि दरभंगा नगर निगम बताये गये रूट की स्याफ़ सफाई ससमय करवाना सुनिश्चित करेगी। सिविल सर्जन दरभंगा मेडिकल क  टीम को तैयार रखने व ससमय प्राथमिक उपचार का किट्स उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी थाना को रूट प्लान तैयार कर लेने का निर्देश दिया।
 
उन्होंने मुहर्रम समिति को ताजिया निकालने के दौरान निर्धारित समय का ख्याल रखने को कहा। महराजी पुल को लेकर उन्होंने अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सदर को केवल इस वर्ष के लिए नया रूट निर्धारित करने का निर्देश दिया।
 
उन्होंने मुहर्रम समिति से कहा कि कई बार ट्यूब लाईट सर पर फोड़ने एवं धारदार हथियार से खेल प्रदर्शन करने के दौरान प्रदर्शनकर्ता स्वंय घायल हो जाते हैं, इन खेल प्रदर्शनों से बचा जाना चाहिए।
 
उन्होंने यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) को प्लानिंग कर लेने के निर्देश दिये। धार्मिक स्थलों के समीप वहाँ के लोगों को ही वहाँ पानी या सरबत से सेवा करने का सुझाव दिया, इससे धार्मिक स्थल की भी निगरानी होती रहेगी और सेवा भी होता रहेगा। शांति समिति के सदस्यों ने इसे सहर्ष स्वीकार किया।
 
उन्होंने 23 जुलाई की घटना को नियंत्रित करने में सहयोग करने वाले शांति समिति के सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही कहा कि नगर निगम क्षेत्र में जितने भी महापुरूषों की प्रतिमाएँ है, उनकी सुरक्षा और साफ-सफाई के लिए संबंधित वार्ड पार्षद की अध्यक्षता में एक समिति का शीघ्र गठन कर लिया जाए और उसमें सरकारी कर्मी एवं पदेन सदस्य को भी शामिल किया जाए।
 
उक्त बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार, अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर चन्द्रिमा अत्री, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सदर अमित कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी गौरव शंकर सहित जिला स्तरीय अन्य वरीय पदाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के साथ-साथ जिला शांति समिति के सदस्यों में श्याम किशोर प्रधान, अशोक नायक, मो.उमर, राम कुमार, मनोज कुमार जयसवाल, नवीन सिन्हा, सुजीत मल्लिक, नसीम अख्तर, देवेंद्र कुमार झा, प्रदीप गुप्ता, रजी अहमद, डॉ. मो. इमामुल हक, अब्दुल हमीद कुरैशी, शाहनवाज कमर, अमर राम, मो.फसीज़, पप्पू खान, रुस्तम कुरैशी, सुरेश कुमार शर्मा, विष्णु कुमार ठाकुर, नवाब अख्तर, रविंद्र कुमार यादव, शुबंश कुमार यादव, कमलेश कुमार मंडल, दीदार हुसैन चांद, सुनील कुमार मंडल, नारायण जी झा, हरि नारायण सिंह, पवन कुमार शर्मा, मदन मंडल, राजेंद्र प्रसाद सिंह, नैयाज अहमद, निहाल अहमद खां, मो.आरजु, नुजहत परवीन, मो. अनवार अली अंसारी, जावेद अनवर, आस मोहम्मद, सुनील राय, राकेश कुमार दास, जकरिया हुसैन जिकरी, मोहम्मद शमशुल हक, मो. अतलुव, शंभू कुमार साहू, अवधेश कुमार चौधरी, अजय कुमार जलान, शत्रुघ्न प्रसाद यादव, शरफे आलम तमन्ना, राम मनोहर प्रसाद, राकेश कुमार, सचिन राम, विपिन कुमार राय एवं अन्य जिला शांति समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।