#MNN@24X7 दरभंगा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, दरभंगा के निर्देशानुसार नालसा के तहत चलाये गये देशव्यापी अभियान “रिस्टोरिंग द यूथ-2024” के आलोक में उपकारा बेनीपुर में ओरियेन्टेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।          
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अवर न्यायाधीश-सह-सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार दरभंगा रंजन देव ने कहा कि जुवेनाइल आरोपी को सामान्य जेल में नहीं रखा जा सकता है, इनके मुकदमे के विचारण की प्रक्रिया भी अलग है।
जुवेनाइल को चिल्ड्रेन होम में रखा जाता है तथा उनका विचारण जुवेनाइल जस्टिस के तहत होता है।

उन्होंने कहा कि जेल में बंद ऐसा कोई जिन्हें लगता है कि अपराध किए जाने के समय उसका उम्र 18 वर्ष से कम था तो वह अपने को जुवेनाइल घोषित कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

ऐसा कोई व्यक्ति जिनका जुवेनाइल घोषित कराने संबंधी आवेदन किसी न्यायालय में लंबित है तो वे भी इस अभियान के तहत पुनः आवेदन कर सकते हैं।

सचिव श्री देव ने कहा कि यह अभियान 28 जनवरी से 10 फरवरी तक चलेगा।

जेल विजीटिंग अधिवक्ता विनय कुमार झा इस दौरान जेल के बंदियों से मिलकर जेल पीएलवी की मदद से आवेदन व जरूरी कागजात इकट्ठा कर प्राधिकार कार्यालय को देंगे। जहाँ से पैनल अधिवक्ता या लिगल एड डिफेंस काउंसिल के माध्यम से उन्हें उचित विधिक सहायता मुहैया कराया जाएगा।

मौके पर काराधीक्षक धीरज कुमार,जेल विजीटिंग अधिवक्ता सुधा रानी,पैनल अधिवक्ता विनोद कुमार मिश्र,सहायक कुमार गौरव,पीएलवी नितीश कुमार राम आदि उपस्थित थे।