आक्सीजन प्लांट को ठीक करने के बजाय प्रतिमाह हो रहा लाखों का अनावश्यक खर्च : संजय सरावगी
डीएमसीच में ऑक्सीजन प्लांटों के रख-रखाव के लिए 6 लाख रूपए आवंटित : संजय सरावगी।
#MNN@24X7 दरभंगा, भाजपा के वरिष्ठ नेता व नगर विधायक संजय सरावगी ने शुक्रवार को डीएमसीएच में बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांटों का मामला विधानसभा में उठाया। विधायक सरावगी ने अल्पसूचित प्रश्न के माध्यम से सरकार एवं सदन को अवगत कराते हुए कहा कि कोरोना काल के दौरान डीएमसीएच में स्थापित चार ऑक्सीजन प्लांटों में से तीन ऑक्सीजन प्लांट विगत 9 माह से खराब एवं बंद है। इन प्लांटों को चालू करने के लिए 6 लाख रूपए की आवश्यकता है। इसकी जिम्मेवारी बीएमएसआईसीएल की है, लेकिन डीएमसीएच प्रशासन के द्वारा सूचना देने के बाद भी बीएमएसआईसीएल ऑक्सीजन प्लांटों को चालू नहीं करवा रहे हैं।
नगर विधायक ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांटों के खराब रहने के कारण डीएमसीएच द्वारा प्रतिमाह 6 लाख 27 हजार की राशि से ऑक्सीजन क्रय की जा रही है। ये व्यय रोकने के लिए जब नगर विधायक ने ऑक्सीजन प्लाटों को लेकर सरकार का विचार जानना चाहा तो जवाब में स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांटों की एनुअल मैंटेनेंस के लिए बीएमएसआईसीएल द्वारा सेवा प्रदाता एजेंसी के चयन की प्रक्रिया की जा रही है। अधिष्ठापित 1000 एलपीएम एवं 2000 एलपीएम के पीएसए प्लांटों का नियमित सर्विंसिंग लंबित है। इसके लिए भारत सरकार से भी अनुरोध किया जा रहा है।
जानकारी देते हुए विधायक संजय सरावगी ने बताया कि पीएसए प्लांटों के रख-रखाव के लिए डीएमसीएच को 6 लाख का बजट आवंटित किया गया है। इस राशि से ऑक्सीजन प्लांटों का रख-रखाव सुनिश्चित किया जायेगा। राशि डीएमसीएच को प्राप्त चुकी है। ऑक्सीजन प्लांटों की गड़बड़ियों को सुधार करने के लिए शीघ्र ही राशि को उपयोग में लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांटों को ठीक करने के बजाय प्रतिमाह बेवजह लाखों की राशि व्यय की जा रही है। सरकार सलाना 72 लाख रूपये डीएमसीएच में ऑक्सीजन क्रय करने के लिए खर्च कर रही है। ऑक्सीजन प्लांटों के नियमित देखभाल और रख-रखाव के अभाव में सरकार को इतनी बड़ी आर्थिक हानि हो रही है।
नगर विधायक ने बताया कि कोरोना काल के दौरान पीएम केयर्स फंड से डीएमसीएच में इन आक्सीजन प्लांटों की स्थापना हुई थी, लेकिन स्थापना काल से ही अधिकारियों सुस्ती एवं तकनीकी गड़बड़ियों के कारण इन प्लांटों से सुचारू रूप में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का हाल बद से भी बदत्तर है। बिहार सरकार की लचर व्यवस्था के कारण मरीजों को प्रतिदिन भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। सरकार की उपेक्षा से डीएमसीएच बदहाल है।