कुलपति के आदेश से ऑडियो- वीडियो लैब में पीजी विभागों के शिक्षकों की गत 12 जून से संचालित 9 दिवसीय कार्यशाला संपन्न।

व्याख्यानों के ऑडियो रिकॉर्डिंग में साउंड का तो वीडियो रिकॉर्डिंग में साउंड के साथ ही विजुअल्स का भी अत्यधिक महत्व- डा चौरसिया।

एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर की स्थापना कुलपति की दूरदर्शिता का प्रतीक जो विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात- डा आनंद प्रकाश।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से पीजी विभागों के अध्यक्षों एवं शिक्षकों, बीएड रेगुलर, डा एपीजे अब्दुल कलाम डब्ल्यूआईटी तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के निदेशकों तथा शिक्षकों की गत 12 जून से संचालित नौ दिवसीय कार्यशालाएं सम्पन्न हुई। आज पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के शिक्षकों के साथ ही गत 8 दिनों की कार्यशालाओं में भाग लेने से वंचित शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें ऑडियो- वीडियो लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया, उपपरीक्षा नियंत्रक डा आनंद प्रकाश गुप्ता, गंगाराम प्रसाद, डा सुनीता कुमारी, रंजीत कुमार महतो, गोपाल कृष्ण झा, प्रमोद कुमार पासवान, आईटी सेल के इ मुकुंद माधव, प्रशांत कुमार झा, मंजीत कुमार चौधरी, मो जहीरुद्दीन, ओम प्रकाश, संतोष कुमार साह, अर्जुन कामती तथा इ राम भरत चौहान आदि ने भाग लिया।

उद्घाटन संबोधन में डा आनंद प्रकाश गुप्ता ने विभिन्न विभाग के शिक्षकों की 9 दिनों तक आयोजित होने वाली इन कार्यशालाओं को सफल बताते हुए आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर की स्थापना विश्वविद्यालय के कुलपति की दूरदर्शिता का प्रतीक है जो विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। यह लैब आने वाले समय में छात्रों के लिए काफी लाभप्रद सिद्ध होगा।

स्वागत संबोधन में डा आर एन चौरसिया ने कहा कि व्याख्यानों के ऑडियो रिकॉर्डिंग में साउंड का तो वीडियो रिकॉर्डिंग में ध्वनि के साथ ही विजुअल्स का भी अत्यधिक महत्व होता है। गत 9 दिनों से चल रहे कार्यशालाओं में भाग लेने वाले सभी स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों, शिक्षकों, डा एपीजे अब्दुल कलाम डब्ल्यूआईटी, बीएड रेगुलर तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के निदेशकों, शिक्षकों, एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर के प्रोफेसर इंचार्ज, आईटी सेल के सदस्यों तथा आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए व्याख्यानों के ऑडियो एवं वीडियो रिकॉर्डिंग के उचित तौर- तरीकों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस लैब की स्थापना से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आलोक में सीबीसीएस कोर्सों को लागू करने में भी सुविधा होगी।

प्रशिक्षक इ मुकुंद माधव ने ऑडियो- वीडियो रिकॉर्डिंग के विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि यह डिजिटल शिक्षा का एक प्लेटफार्म है। उन्होंने स्मार्ट बोर्ड के उपयोग की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस लैब में चूंकि ग्रीन क्रोमा कट है, इसलिए शिक्षक व्याख्यान रिकॉर्ड कराने आते समय डार्क ग्रीन कपड़े में नहीं आएंगे। इस अवसर पर शिक्षकों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर देते हुए इ मुकुंद ने कहा कि रिकॉर्डिड व्याख्यान यूट्यूब तथा फेसबुक आदि प्लेटफार्मों पर उपलब्ध होंगे। धन्यवाद ज्ञापन इ भरत कुमार चौहान ने किया।