-यूएनडीपी के वीसीसीसी ने सभी प्रतिभागी को यूविन पोर्टल की दी जानकारी।

-नियमित टीकाकरण अभियान- 5 वर्ष तक के बच्चे और गर्भवती महिलाओं का होगा टीकाकरण।

#MNN@24X7 मधुबनी ,12 जुलाई, नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत होगी। जिसमें 5 वर्ष तक के बच्चे तथा गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर टीकाकृत किया जाएगा। इस वर्ष भारत सरकार के द्वारा आईएमआई 5.0 के तीन राउंड की योजना बनाई गई है। जिसमें प्रथम चरण 7 से 12 अगस्त, दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर तथा तीसरा चरण 9 से 14 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा।

आईएमआई 5.0 की तैयारी को लेकर स्थानीय होटल अतिथि में जिले के सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम व बीएमएंडई को किया गया प्रशिक्षित किया गया। जिसमें मुख्य रूप से यूएनडीपी के वीसीसीएम अनिल कुमार के द्वारा सभी प्रतिभागी को यूविन पोर्टल के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान किया गया। सभी लाभार्थी का रिकॉर्ड यूविन पोर्टल के माध्यम से रखा जाएगा।

यूविन के आने से सभी वांछित लाभार्थियों का ड्यू लिस्ट तैयार हो जाएगा । जिस प्रकार कोविड टीकाकरण के दौरान सभी लाभार्थी का रिकॉर्ड कोविन पोर्टल पर संधारित किया गया था, उसी प्रकार अब यूविन पर संधारित किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कुमार भीमसारिया ने किया।

उन्होंने बताया ने बताया मिशन इंद्रधनुष एक बूस्टर टीकाकरण कार्यक्रम है जो टीकाकरण का कवरेज अधिक करने के लिए चिह्नित जिलों में चलाया जाता है। जिले में  मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत आगामी माह में नियमित टीकाकरण को गति देने  एवं वंचित बच्चों को सात प्रकार के वायरस से बचाव के वैक्सीन की बूस्टर डोज देने के उद्देश्य से संचालित इस अभियान की सफलता को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।

सर्जन ने बताया आईएमआई 5.0 अभियान के दौरान सभी गर्भवती माताओं , एवं पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को छूटे हुए डोज से आच्छादित किया जाएगा।यूनिसेफ के एसएमसी प्रमोद कुमार झा के द्वारा ईएमआई 5.0 के लिए संचार योजना बनाने को लेकर विस्तृत जानकारी प्रदान किया गया।

मिशन इंद्रधनुष 7 बीमारियों से बचाने में सहायक:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने बताया मिशन इंद्रधनुष से बच्चों में होने वाली 7 प्रमुख बीमारियों तपेदिक, पोलियोमाइलाइटिस, हेपेटाइटिस बी, डिप्थेरिया, पर्टुसिस, टेटनस और खसरा का खतरा कम होगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि टीकों की संख्या 12 होती है। इसमें खसरा रूबेला, रोटावायरस, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप-बी और पोलियो के खिलाफ टीकों को शामिल किया गया है।

कई जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा के लिहाज से टीकाकरण जरूरी :

गर्भवती महिलाएं व 5 वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिये नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत जिला के सभी 21 प्रखंडों के चयनित स्थलों पर गर्भवती महिलाएं व बच्चों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जायेगा। यहां 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजल्स, विटामीन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाये जायेंगे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस- डिप्थेरिया के टीके लगाए जायेंगे। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के सभी बच्चों व सभी गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराना मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।