#MNN@24X7 दरभंगा, आज बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ कार्यालय लहरिया सराय में कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ ट्रेड यूनियंस एंड सर्विस एसोसिएशन दरभंगा जिला कमेटी के द्वारा शहीद ए आजम भगत सिंह , सुखदेव एवं राजगुरु के 93 वीं शहादत दिवस के अवसर पर उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया गया। “शहीदों तेरे अरमानों को मंजिल तक पहुंचाएंगे “के नारों से महा संघ भवन गुजायमान हो गया।

इस अवसर पर केंद्रीय श्रमिक संगठन सीटू के नेता साथी अश्विनी कुमार झा की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ ट्रेड यूनियंस के जिला संयोजक एवं प्रखर कर्मचारी नेता फूल कुमार झा ने कहा कि आज के दिन ही इस महान स्वतंत्रता सेनानी को युवा अवस्था में ब्रिटिश हुकूमत के द्वारा फांसी दे दी गई थी। शहीद भगत सिंह ने जेल यात्रा के दरमयान कई पुस्तकों को लिखा जिसमें उन्होंने लिखा है कि युद्ध छिड़ा हुआ है और यह लड़ाई तब तक चलती रहेगी जब तक की शक्तिशाली व्यक्तियों ने भारतीय जनता और श्रमिकों की आय के साधनों पर अपना एकाधिकार कर रखा है, चाहे ऐसे व्यक्ति अंग्रेज पूंजीपति और अंग्रेज या सर्वथा भारतीय ही हो । उन्होंने आपस में मिलकर एक लूट जारी कर रखी है चाहे शुद्ध भारतीय पूजी पतियों के द्वारा ही निर्धनों का खून चूसा जा रहा हो तो भी इस स्थिति में कोई अंतर नहीं पड़ता

इस अवसर पर केंद्रीय श्रमिक संगठन सीआईटीयू के बिहार राज्य कमेटी के सदस्य एवं जिला कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ ट्रेड यूनियंस के सह-संयोजक सत्य प्रकाश चौधरी ने शहीद ए आजम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज भारत में बेरोजगारी भयंकर रूप से बढ़ रही है, महंगाई आसमान छू रहा है, अमीरी और गरीबी के बीच खाई लगातार बढ़ती जा रही है, एक तरफ निर्धन लोग हैं तो दूसरी तरफ अरबपतियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य या समर्थन मूल्य नहीं मिलने के कारण वे कंगाल हो रहे हैं, श्रमिकों के अधिकारों में कटौती की जा रही है, दलितों और महिलाओं के ऊपर जुल्म एवं अत्याचार बढ़ता जा रहा है, धर्म और सांप्रदायिकता के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश लगातार की जा रही है, शहीद-ए-आजम के उन सपनों को तार-तार किया जा रहा है जिसे वे स्वतंत्र भारत के रूप में देखना चाहते थे , अतः आज उनके विचारों को अनुकरण कर समाज में आपसी भाईचारा और प्रेम को बढ़ाने के लिए सबों को मिलकर लगातार प्रयास करने का काम करना होगा ।

इस अवसर पर साथी मो० ईसा खां, फकीरा पासवान, अरुण प्रसाद, हरेराम झा, ताराकांत पाठक, गौतम गुप्ता, शिवजी मोची आदि कर्मचारी नेताओं ने अपने विचार व्यक्त कर देश को बचाने के लिए शहीद भगत सिंह के विचारों पर चलने का आह्वान किया जिससे कि देश को अधिनायकवाद की ओर जाने से रोका जा सके और देश के आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत किया जा सके।