17 वर्षों से अभाविप के सर्जना निखार शिविर से हजारों छात्रा बनी आत्मनिर्भर…

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा द्वारा आयोजित सर्जना निखार शिविर का हुआ समापन।

#MNN@24X7 दरभंगा, आज दिनांक 12 जुलाई 2023 को जुबली हॉल में संपन्न हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति शशी नाथ झा,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव अजय कुमार पंडित एवं अभाविप के बिहार झारखंड क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन , जिला प्रमुख अमृत झा, प्रदेश सह मंत्री उत्सव पराशर, नगर मंत्री अमित शुक्ला, कार्यक्रम संयोजक अमृता कुमारी ने सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती माता एवं स्वामी विवेकानंद जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि कर किया।

नगर मंत्री अमित शुक्ल ने विषय प्रवेश करते हुए कहा की सर्जना निखार शिविर पिछले 17 वर्षों से आयोजित हो रही है एवं प्रतिवर्ष सैकड़ो छात्राओं के प्रतिभाओं का कौशल विकास कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का काम कर रही है इस वर्ष भी यह आयोजन 6 जून से 5 जुलाई तक MRM महाविधालय में चला।

अपने उद्बोधन में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय कुलसचिव कुमार पंडित ने बताया कि अभाविप का यह अद्भुत कार्यक्रम काफी सराहनीय है हमारे समाज की महिलाओं के कौशल विकास अगर हो तब ही अभाविप का ध्येय राष्ट्र निर्माण को पूरा किया जा सकता है।क्योकि प्रत्येक व्यक्ति को जीवन को संवारने का कार्य एक स्त्री ही करती है इसलिए उनका कौशल विकास हो तभी वे हम सभी को मजबूत कर सकती है ताकि हम आगे चलकर राष्ट्र हित में समाज हित में अपना योगदान दे सकें।

कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति ने अभाविप द्वारा हो रहे सर्जना निखार शिविर की सराहना की और कहा अभाविप द्वारा 17 वर्षों से आयोजित हो रहे कार्यक्रम अत्यंत प्रशंसनीय है। आज के समय में स्वरोजगार स्वावलंबन पर बात हो रही है इसका जीवंत उदाहरण है सर्जना निखार शिविर। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को स्वस्थ्य रहने की शुभकामनाएं दी ताकि प्रत्येक वर्ष ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहें।

अपने संबोधन में बिहार–झारखण्ड के संगठन मंत्री निखिल रंजन जी ने बताया कि भारत की संस्कृति प्रारंभ से ही स्त्रियों के प्रति अत्यंत आदरणीय दृष्टिकोण रहा है। पुरातन काल से ही भारत में स्त्रियों का जीवन मूल्य अत्यधिक पवित्र एवं पुनित समझा जाता रहा है आज पाश्चात्य सभ्यता में स्त्रियों के बारे में अलग-अलग तर्क प्रस्तुत किए जाते हैं कोई उन्हें आधी आबादी बताता है लेकिन भारतीय संस्कृति में उनके बिना अस्तित्व ही नहीं रहेगा ऐसा माना जाता है। हमारे देश की स्त्रियां समाज जीवन के जिस क्षेत्र में जब-जब कुछ जरूरत पड़ी तो खुलकर सामने आए आए कभी झांसी के रानी के रूप में तो कभी पद्मावती तो कभी दुर्गावती तो कभी जीजाबाई बनकर। अभाविप का यह सर्जना निखार शिविर वैसे ही स्त्रियों के तरह उनके अंदर छुपे हुए कौशल को निकालकर बाहर लाने का हैं उसके लिए किया जाता है।

उन्होंने छात्राओं से आज के युग में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उनसे आग्रह किया कि हम लोगों को रिल लाइफ से निकलकर रियल लाइफ में आना पड़ेगा तभी कोई बड़ा कार्य कर सकेंगे।

प्रदेश सह मंत्री उत्सव परासर ने कार्यक्रम में लगी सभी छात्राओं की प्रशंसा की और कहा यह कार्यक्रम शुरू से अंत तक हमारे छात्रा बहनों द्वारा सभी कार्य किये गए उन कार्यक्रम में लगी सभी छात्राएं शुरू में इतने बड़े कार्यक्रम के आयोजन को लेकर हतोत्साहित थी लेकिन जब कार्यक्रम प्रारंभ हुए तो उन्होंने पूरे मनोयोग से कार्यक्रम को निष्पादित किये इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं, सर्जना निखार शिविर के 17 वर्षों में अभी तक 7000 से अधिक छात्रा एवम गृहिणी प्रशिक्षित हुई है साथ ही 800 से अधिक आत्मनिर्भर बनी है।
कार्यक्रम का संचालन नगर सह मंत्री वैष्णवी कुमारी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक अमृता कुमारी ने किया। वंदे मातरम् के सामूहिक गान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।

विवि संगठन मंत्री दीपक मिश्रा ने सर्जना निखार शिविर के सफल आयोजन व लगे सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए संगठन कार्य करने की शुभकामना दिया। प्रशिक्षक में निशा शरण सिन्हा , अश्विनी कुमार झा, मोहन प्रजापति, अनुराधा लाला, संतोष दत्त झा, आंचल कुमारी, आरती महतो, निधि झा, आशुतोष झा, सत्येंद्र झा को सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रदेश छात्रा प्रमुख पूजा कश्यप, सह संयोजक रौशनी कुमारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरिओम झा, कुणाल कुमार, अंजली कुमारी, विभाग सह संयोजक राहुल सिंह, वागीश झा, रवि यादव, सुमित मिश्रा, विकास कुमार, नीली रानी, करीना कुमारी, कुमारी खुशी, संजीव कुमार, शशिभूषण यादव, सूर्यकांत सिंह, रितेश राज, सैमी, मानसी, नेहा सहित दर्जनों कार्यकर्ता एवम सभी विधा के प्रशिक्षक उपस्थित थे।