पटना में आशाओं के महा जुटान से सहमी सरकार।

चयन मुक्ति का दमन चलाकर आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों के अधिकार का हकमारी नहीं कर सकती सरकार- ऐक्टू

#MNN@24X7 दरभंगा 4 अगस्त,आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटरों का 9 सूत्री मांगों के पूर्ति हेतु आज 25 वें दिन हड़ताल जारी, इस मौके पर जिला के बहादुरपुर, जाले, हायाघाट, हनुमाननगर, सिंघवारा, बहेड़ी, सदर, तारडीह, मनीगाछी, बिरौल, कुशेश्वरस्थान सीएचसी-पीएचसी के समक्ष धरना-प्रदर्शन हुआ और आशा व फैसिलिटेटर आंदोलन में डटी रही।

इस अवसर पर ऐक्टू के जिला प्रभारी डॉ उमेश प्रसाद साह ने कहा कि सरकार आशा के न्यायोचित माँगों को मानने के बजाय दमनात्मक कार्यवाई पर उतर आई है। चयन मुक्ति की धमकी के बाबजूद कल पटना में हजारों आशा ने सरकार को संदेश दे दिया की अब हम ठगाने वाले और डरने वाले नहीं है, सरकार अब डराकर आशा के अधिकार की हकमारी नहीं कर सकता है जबतक आशा के न्यायोचित मांगों को राज्य सरकार मान नहीं लेती तबतक हड़ताल जारी रहेगा।

खेग्रामस के राष्ट्रिय परिषद सदस्य देवेन्द्र कुमार ने कहा सरकार धमकी और दमन की भाषा के बजाय मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करे और हड़ताल को खत्म करवाये ताकि हड़ताल के कारन पटरी से उतर चुकी ग्रामिण स्वास्थय वयवस्था फीर से चालू हो सके, इस अवसर पर आशा संयुक्त संघर्ष मंच के नेत्री संयोगिता चौधरी ने कहा अब बाधित आर आई टीका में आंकड़ों का खेल चल रहा है गलत आंकड़े दिखाया जा रहा है।