#MNN@24X7 अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के आह्वान पर रविवार को दिल्ली के मिथिला चौक पर संघर्ष समिति के महासचिव श्री आर एन झा की अध्यक्षता में दिल्ली- एनसीआर के मिथिला मैथिली संगठनों की बैठक आयोजित की गई. बैठक का संचालन संघर्ष समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी ईंजीनियर शिशिर कुमार झा ने की.

मिथिला राज्य अभियानी एवं गायिका मोनी वैदेही के मिथिला राज्य आंदोलन गीत से बैठक की शुरुआत हुई. इस बैठक में अखिल भारतीय मिथिला संघ, मिथिला स्टूडेंट यूनियन, मिथिला राज्य निर्माण सेना, विश्व मैथिली संघ सहित 25 विभिन्न संगठनों ने हिस्सा लिया. साथ ही कांग्रेस, बीजेपी, आप, एलजेपी, आरजेडी एवं जेडीयू में काम कर रहे मैथिल नेता मिथिला राज्य आंदोलन को तेज करने के लिये उपस्थित होकर अपने सुझाव दिये.

बैठक का उदेश्य 15 जनवरी 2023 के बाद संघर्ष समिति के नेतृत्व में सम्पूर्ण मिथिला में प्रस्तावित विशाल पदयात्रा को सफल बनाने के लिये एक मोर्चा बनाकर संचालन समिति का गठन करना था. उपस्थित संगठनों के पदाधिकारियों को लेकर 65 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया गया. बांकी संगठनों से सम्पर्क स्थापित कर संचालन समिति की संख्या 151 की जायेगी.

संघर्ष समिति के इस प्रस्तावित पदयात्रा को डाक्टर, ईंजीनीयर, वकील, व्यापारी और मिथिला के पंडित एवं बुद्धिजीवी ने उपस्थित होकर समर्थन किया. सभी ने तन-मन- धन से सहयोग देने की इच्छा जताई. वक्ताओं ने अपने सुझाव और सलाह से मिथिला राज्य आंदोलन को धारदार बनाने की वकालत की. राष्ट्रीय अध्यक्ष डा० बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने इस बैठक में आये सभी संगठनों और मिथिला राज्य अभियानी को धन्यवाद देते हुये कहा कि 5 नवंबर 2022 को दरभंगा के महाराज महेश ठाकुर मिथिला महाविद्यालय के सभागार में 3 बजे से सर्वसंगठन का बैठक होगा. मिथिला के सम्पूर्ण भूभाग में ये बैठक पदयात्रा से पहले आयोजित की जायेगी.

अध्यक्षीय भाषण में श्री आर एन झा ने कहा कि मैथिली भाषा को संविधान में जगह दिलाने में प्रधानमंत्री वाजपेयी जी से वार्ता में गये प्रतिनिधिमण्डल का वे भी हिस्सा थे. मिथिला राज्य के लिये भी उसी तरह आखिरी वार्ता में प्रतिनिधिमण्डल का हिस्सा बनने की ख्वाहिश है. अंतरराष्ट्रीय संयोजक प्रो० अमरेन्द्र कुमार झा ने तमाम मिथिला मैथिली अभियानी को सर में कफन बांधकर मिथिला राज्य आंदोलन को आगे बढाने के लिये सहयोग देने की अपील की. उन्होंने कहा कि मिथिला राज्य के बिना मिथिला का विकास और मैथिली भाषा का उत्थान नहीं होगा.

संघर्ष समिति के डा० शेख मजीद आलम, एडवोकेट मुकेश आनंद एवं सियाराम कामत, उपाध्यक्ष हीरालाल प्रधान एवं भगवंत झा, नोएडा संयोजक मदन झा, व्यापारी एम जी रब्बानी एवं कृष्ण कुमार मिश्रा, ईंजीनीयर शंभु कुमार यादव, डा० रजिपाल झा एवं डा० अरविंद दास ने कहा कि पदयात्रा के लिये हमलोग अपने अपने जिले जाकर मिथिला में होने वाले विशाल पदयात्रा में हिस्सा लेंगे.