#MNN@24X7 दरभंगा, उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल DMCH से लापरवाही और इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला दृश्य सामने आया है। इस दृश्य को जिसने भी देखा उसके मुंह आह निकल पड़ा। दरअसल DMCH के गायनिक विभाग के सामने वाले नाले में एक नवजात शिशु का शव तैरता देखा गया। जिसके बाद यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते नवजाव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। वही मौके पर मौजूद लोग तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे थे।

दरअसल, पूरा मामला DMCH परिसर का है। जहां शुक्रवार की सुबह गायनिक विभाग के सामने वाले नाले में एक नवजात बच्चा का शव तैरता देखा गया। सबसे पहले वहां से गुजर रही एक महिला की नजर पड़ी। जिसके बाद उक्त महिला ने आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। इस बीच वहां पर उपस्थित किसी ने इस घटना की सूचना पुलिस के साथ अस्पताल प्रशासन को दी। जानकारी मिलते ही बेता थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नाले से बाहर निकलवाते हुए मामले की जांच में जुट गई है।

वही मौके पर मौजूद मालती देवी ने कहा कि यह दृश्य इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला है। वही उन्होंने कहा कि वो कैसी मां थी जिसने 9 महीना अपने कोख में रख कर बच्चे को नाले में फेंक दिया। अगर बच्चा खत्म हो गया था तो उसका विधिवत अंतिम संस्कार करना चाहिए था। अगर पालने में किसी प्रकार की कठनाई थी तो किसी वैसे लोगो को दे देना चाहिए था जिसकी गोद अभी तक सुना है। ऐसे में दोनों घर आवाद हो जाता।

वही अस्पताल उपाधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि मुझे भी सूचना मिली है कि नाले में एक शव तैर रहा है। यह हमारे यहां का बायो मेडिकल वेस्ट नहीं है। हॉस्पिटल का बायो मेडिकल वेस्ट को अलग से उसे पॉलिथीन में पैक करके रख दिया जाता है। जिसे एजेंसी यहां से ले जाती है और डिस्पोज करती है। वही उन्होंने कहा कि यह काम किसी बाहरी तत्वों का लगता है। जो कहीं बाहर से लाकर शव को यहां फेंक दिया होगा।

वही उन्होंने कहा कि इस तरह का मामला संज्ञान में आया है। अब नियमित रूप से इसकी देखरेख की जाएगी। तत्काल शव को वहां से उठाकर निर्धारित जगह पर रखा जा रहा है। ताकि एजेंसी के द्वारा इसका डिस्पोजल किया जा सके। वही आगे पूछने पर कि गार्डो को क्यों नहीं ध्यान रखने को कहा जाता है। तो इस पर उन्होंने कहा कि गार्ड की इतनी उपलब्धता हमारे पास नहीं है कि सब जगह पर ध्यान रखा जाए। फिर भी हम कोशिश करेंगे कि आगे से ऐसा ना हो।