कुलपति और कुलसचिव के बर्खास्तगी के लिए शुरू किया जाएगा आंदोलन।
4 लाख छात्रों के भविष्य से किया जा रहा है खिलवाड़।
दरभंगा। मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना ने स्नातक और पीजी रिजल्ट पर अपना गुस्सा व्यक्त किया है। इस बाबत राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना ने कहा जिस बात का हमें आशंका पहले से थे आखिर विश्वविद्यालय के द्वारा छात्रों के रिजल्ट में वही किया गया है। छात्रों का रिजल्ट जैसे तैसे प्रकाशित किया जा रहा है। रिजल्ट में ना नंबर हैं ना ग्रेड बस छात्रों का रिजल्ट फ़ैल और प्रमोटेड है।
पहले पार्ट 2 कॉमर्स रिजल्ट में हजारों छात्रों का रिजल्ट प्रमोटेड कर दिया गया फिर पीजी कॉमर्स के रिजल्ट में छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग और प्रमोटेड किया गया अब पार्ट 2 साइंस के रिजल्ट में भी छात्रों के साथ यही किया गया है। लगभग 20 प्रतिशत छात्रों का रिजल्ट साइंस में प्रमोटेड कर दिया गया है।
वही किसी भी एक्स स्टूडेंट का रिजल्ट अब तक प्रकाशित नहीं किया गया है। जिससे छात्र परेशान है। परीक्षा नियंत्रक आनंद मोहन मिश्रा के अनुसार जिस भी छात्र का रिजल्ट प्रोमोटेड दिखा रहा वो छात्र फिलहाल प्रोमोटेड नहीं हैं उनका रिजल्ट पेंडिंग मान कर चला जाए नेट पर गलती से पेंडिंग के जगह प्रोमोटेड कर दिया गया है। क्या विश्वविद्यालय प्रशासन को इतना भी नहीं मालूम हैं की पेंडिंग का मतलब क्या होता हैं और प्रमोटेड का मतलब क्या होता है।
पहले छात्रों को रिजल्ट प्रोमोटेड कर दिया गया और अब कहा जा रहा हैं रिजल्ट प्रमोटेड नहीं रिजल्ट पेंडिंग है। यह छात्रों के जीवन से खिलवाड़ नहीं तो और क्या है।यह सब कुलपति और कुलसचिव के तानाशाही रवैये के कारण है। एक ऐसी डाटा एजेंसी को विश्वविद्यालय में बैठा दिया गया हैं जिसे छात्रों के रिजल्ट के बारे में कुछ भी नहीं मालूम हैं। बिना डाटा छात्रों का रिजल्ट निकाला गया है। जिसमे ना नंबर हैं और नाहीं ग्रेड। आखिर ऐसे रिजल्ट का फायदा ही क्या है जिसमें छात्रों को नंबर ही ना मिले। सच तो ये हैं की विश्वविद्यालय प्रशासन के पास छात्रों का डाटा ही उपलब्ध नहीं है।
जिस छात्र का डाटा मिला उसका पास और प्रमोटेड में रोल नंबर अपडेट कर दिया गया जिसका डाटा उपलब्ध नहीं हुआ उसका रिजल्ट प्रकाशन ही नहीं किया गया परीक्षा नियंत्रक के अनुसार जिस भी छात्र का डाटा उपलब्ध नहीं हो पाया हैं वैसे छात्रों का रिजल्ट पार्ट 1 के रिजल्ट अनुसार बनाकर दे दिया जाएगा ऐसे में छात्रों का परीक्षा देने का मतलब ही क्या रह गया हैं यह समझ नहीं आ रहा हैं कुलपति और कुलसचिव ने मिलकर लगभग 4 लाख छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिया है।
बिना कॉपी जांच किये छात्रों का रिजल्ट जारी करने की तैयारी की जा रही है। अभी तक एक भी छात्र को उसका अंक प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया गया हैं कहा जा रहा है। इस सब में एक सप्ताह का समय लगेगा जब टीआर बनकर आ जाएगा तब छात्रों का नंबर भी बता दिया जाएगा। छात्र प्रमोटेड हैं या पेंडिंग यह भी बता दिया जाएगा। जब रिजल्ट टीआर से ही जारी करना था तो अभी रिजल्ट क्यों निकाला जा रहा है। यह सिर्फ छात्रों को परेशान करने का काम किया जा रहा है। हम लोग पार्ट 2 आर्ट्स रिजल्ट के इंतजार में रुके हुए हैं।
हमलोगो का आंदोलन की तैयारी की जा रही है। अगर विश्वविद्यालय छात्रों के जीवन से खिलवाड़ करने का काम करेगा तो मिथिला स्टूडेंट यूनियन इसके लिए जोरदार तरीके से आंदोलन करने का काम करेगा। कुलपति और कुलसचिव को बर्खास्तग कर जेल भेजा जाए। इसके लिए आंदोलन शुरू किया जाएगा। हमारी मांग है कि छात्रों का रिजल्ट सही तरीके से जारी किया जाए। प्रोमोटेड छात्रों का रिजल्ट पास किया जाए। एक्स स्टूडेंट का रिजल्ट नेट पर अपलोड किया जाए। पेंडिंग छात्रों का रिजल्ट क्लियर किया जाए। छात्रों को जल्दी उसका नंबर उपलब्ध करवाया जाए। अगर मांगे पूरी नहीं होती है तो हमलोग विश्वविद्यालय में उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जायेंगे । जिसकी पूर्णतः जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।