मोदी सरकार महिला विरोधी:- राजश्री किरण।

#MNN@24X7 दरभंगा- 15 फरवरी। मोदी सरकार में लगातार महिलाओं के अवसरों को समाप्त किया जा रहा है। इस सरकार में देश की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है। देश और प्रदेश में आए दिन महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहा है। इस सरकार मे सभी वर्गों सहित महिलाएं भी घोर उपेक्षित महसूस कर रही है। जब-जब समाज पर बड़ी विपदा आई है तब-तब महिलाओं ने अपनी एकता से इस विपदा को दूर किया है। अभी भी देश पर भाजपा आर एस एस के द्वारा बनाया गया सरकार एक विपदा के समान है। जिसे देश की नारी शक्ति दूर करें। इस देश को भाजपा, आर एस एस व कारपोरेट के चंगुल से बाहर निकालने हेतु महिला समाज संकल्पित हैं। महिलाओं को जब जब समाज में अवसर मिला है तब तक महिलाएं अपना कृति स्थापित करने में सफल हुई है। मिथिला कई विदुषियो के लिए जानी जाती है। यहां माँ सीता, भारती, अहिल्या सहित कई महिलाओं ने समाज में महिलाओं के अस्तित्व को स्थापित किया है। लेकिन वर्तमान सरकार लगातार महिलाओं के अवसरों को कुचल रही है। फासीवादी सरकार संविधान के बदले देश में मनुस्मृति को लागू करना चाहती है। जिसमें महिलाओं को भोग विलास का साधन मात्र समझा गया। इसलिए महिलाओं को हुंकार भरना होगा। अपने जन समस्याओं को लेकर संघर्ष तेज करना होगा। इसी एकजुटता के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया गया है। उक्त बातें आज जिला के केवटी प्रखंड के हाजीपुर खादी भंडार में आयोजित दरभंगा जिला महिला समाज के पांचवा जिला सम्मेलन के अवसर पर आयोजित सभा में बिहार राज्य महिला समाज के महासचिव राजश्री किरण ने कही।

वहीं सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य मिथिलेश झा ने कहा कि जन वितरण प्रणाली को ध्वस्त किया जा रहा है। नरेगा योजना भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गया है। कामकाजी महिलाओं को जॉब कार्ड है परंतु काम नहीं मिलता है। महागठबंधन सरकार ने चुनावी वादा किया था। सामाजिक सुरक्षा (वृद्धा, विधवा पेंशन) की राशि ₹1000 महीना कर दिया जाएगा। राशि तो बढ़ा नहीं और विधवा पेंशन के भुगतान पर रोक लगा दिया गया है कहा जाता है कि पति का मृत्यु प्रमाण पत्र दो नहीं तो नहीं होगा। महादलित और भूमिहीन को बास के लिए 5 डिसमिल भूमि देने का घोषणा सरकार करती है परंतु अंचलाधिकारी द्वारा जांच पड़ताल कर चिन्हित भूमिहीनों को ना तो नगद राशि और ना ही भूमि आवंटन किया जा रहा है। रैयाम चीनी मिल चालू करने हाई डैम बनाने में बिहार सरकार को आगे आने की आवश्यकता है। जिससे बाढ़ सुखार एवं बिजली संकट से निजात मिलेगा। शराब, जुआ, गाजा, दहेज प्रथा, अंधविश्वास के विरूद्ध महिला समाज का व्यापक जन आंदोलन छेडनी की आवश्यकता है। शिक्षा स्वास्थ्य सामाजिक न्याय, समानता एवं रोजगार के सवाल पर इस सम्मेलन में हम लोग विचार विमर्श कर जन संघर्ष की रणनीति बनाएंगे। इंदिरा आवास की पुनः निर्माण, शौचालय, स्वच्छ पानी सभी को मिले इसके लिए जिले में जन आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे एवं उन्होंने लोकतंत्र बचाओ आंदोलन में महिलाओं को हिस्सा लेने की अपील किया।

सभा की अध्यक्षता महिला नेत्री रूपा देवी, भारती देवी और रामदुलारी देवी ने संयुक्त रूप से किया। वहीं संचालन महिला नेत्री सह उघरा पंचायत की मुखिया शोभा देवी ने किया। सभा को सीपीआई के जिला सचिव नारायण जी झा, जिला कोषाध्यक्ष सुधीर कुमार, जिला कार्यकारिणी सदस्य रामचन्द्र साह, शरद कुमार सिंह, अंचलमंत्री ललित झा, एआईएसएफ के छात्र नेता अवनीश कुमार, सहायक अंचलमंत्री बदरूजमा उर्फ चाँद, सुरेन्द्र पासवान, बच्ची देवी, प्रेम पासवान, उपेंद्र पंडित, मोहम्मद जफीर, बदरूल नदाफ, अमित कुमार पासवान, संजीव कुमार मिश्र, मोहम्मद मोहिन, मोहम्मद नाजिम, सुनीता देवी, भारती देवी विमला देवी, सहित दर्जनों नेताओं ने संबोधित किया।

सम्मेलन के अवसर पर 25 सदस्यीय जिला परिषद् का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से वार्ड सदस्य रूपा देवी, वार्ड सदस्य भारती देवी, सोनू देवी, राम दुलारी देवी, विमला देवी, श्यामा देवी, उघरा पंचायत की मुखिया शुभा देवी, रामभद्रपुर पंचायत की पंचायत समिति सदस्य गुड्डी देवी, सुकमारी देवी, तेतरी देवी, शंकरपुर पंचायत की मुखिया जहांआरा परवीन आदि को चुना गया।