जनवरी 2022 से मई 2022 तक 330 बच्चों का किया गया इलाज
0 से 28 दिन के कम वजन वाले बच्चे होते हैं भर्ती

समस्तीपुर,16 जून। जिला अस्पताल में स्थित नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू) नवजात से लेकर एक माह तक के बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस वार्ड में जन्मजात व जन्म के बाद होने वाली बीमारियों का इलाज होता है। पिछले 5 माह में इस वार्ड से 330 बच्चों को लाभ मिला है।

जनवरी 2022 से मई 2022 तक लगभग 330 बच्चों का इलाज किया गया है। यह वार्ड एक माह तक के उन बच्चों के लिए बनाया गया है जो समय से पहले पैदा हुये हैं, कम वजन के हों, और जिन बच्चों को सांस लेने में समस्या होती है। इसके अलावा एक माह तक के बच्चों को जॉन्डिस या निमोनिया जैसी बीमारियां होने पर उनका बेहतर इलाज किया जाता है।

यहां बच्चों के लिए चौबीस घंटे ऑक्सीजन की व्यवस्था उपलब्ध है। यही नहीं मौसम के अनुसार उनके लिए वातावरण ठंडा व गर्म रखने की भी व्यवस्था है। यहां रेडिएंट वार्मर (बच्चों को गर्म रखने के लिए), फोटो थैरेपी (पीलिया पीड़ित बच्चों के लिए), एक्यूवेटर (कम वजन वाले बच्चों के लिए), एसी व हीटर भी लगे हुए हैं । एसएनसीयू(स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट ) नया जीवन देने में कारगर साबित हो रहा है।

सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने बताया यहाँ 90 प्रतिशत से भी ज्यादा नवजातों का सफल इलाज होता है। एसएनसीयू वार्ड में 0 से 28 दिन तक के बच्चों को भर्ती किया जाता है। एसएनसीयू सेवा का लाभ सिर्फ अस्पताल में जन्म लेनेवाले नवजातों को ही नहीं मिल रहा है, अपितु सभी सरकारी व निजी शिशु रोग विशेषज्ञों द्वारा नवजातों को यहां बेहतर सुविधा को लेकर रेफर किया जाता है। एसएनसीयू में 24 घंटे एक चिकित्सक के साथ कई एएनएम तैनात रहते हैं, जो नवजात के एडमिट होने के साथ ही उनकी सेवा में तत्परता से जुट जाते हैं।
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जनवरी 2022 से मई 2022 तक 330 बच्चों का किया गया इलाज :

सदर अस्पताल के एसएनसीयू में जनवरी में 70 ,फरवरी में 55, मार्च में 63, अप्रैल में 75, मई में 67, कुल 330 बच्चे का इलाज किया गया। .

ऐसे नवजात एसएनसीयू में होते हैं भर्ती:

. 1800 ग्राम या इससे कम वजन के नवजात
. गर्भावस्था के 34 सप्ताह से पूर्व जन्में बच्चे
. जन्म के समय गंभीर रोग से पीड़ित नवजात(
. जौंडिस या कोई अन्य गंभीर रोग)
. जन्म के समय नवजात को गंभीर श्वसन समस्या(
. हाइपोथर्मिया
. नवजात में रक्तस्राव का होना
. जन्म से ही नवजात को कोई डिफेक्टस होना