#MNN24X7 पटना: नशा मुक्ति दिवस पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी में हर दिन बेहतरी हो रही है. हर दिन लोग बड़ी संख्या में शराब से मुक्ति पा रहे हैं. लेकिन कुछ लोग तो हर जगह गड़बड़ करने वाले होते हैं, उनका काम ही काम खराब करना होता है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई हो रही है. वहीं मुख्यमंत्री ने ताड़ी छोड़कर नीरा का कारोबार करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ताड़ी छोड़कर नीरा का काम करने वालों को हम लोग प्रोत्साहन देंगे. सरकार इस पर काम कर रही है.

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम शराबबंदी लागू किए हैं तो कुछ लोग मेरे खिलाफ है, बहुत ही खिलाफ है. कितना काम किए हैं, बड़े-बड़े लोग अब इसकी चर्चा नहीं करते हैं. मुख्यमंत्री ने उनपर प्रहार करते हुए कहा कि आपको जो करना है करिए ,हमको कोई दिक्कत नहीं, हम को इसकी परवाह नहीं है, लेकिन जान लीजिए शराब कितनी बुरी चीज है. जब सीएम से यह सवाल किया गया कि, कुछ लोग इसका विरोध करते हैं, इसको पसंद नहीं करते हैं. इसके जवाब में सीएम ने कहा कि जाने दीजिए कुछ लोग विरोध करते हैं और पसंद नहीं भी करते हैं, लेकिन इसे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. वो पसंद नहीं करते हैं तो हम क्या ही कर सकते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें अच्छा काम पसंद नहीं आता है.

सीएम नीतीश ने बिहार की लोगों से यह निवेदन करते हुए कहा कि हम सभी लोग मिलकर यह संकल्प लें कि किसी भी तरह के नशीलें पदार्थ का कभी भी कहीं भी सेवन नहीं करेंगे और आस-पास के लोगों को भी नशीलें पदार्थों का सेवन नहीं करने को लेकर प्रेरित करेंगे. ताकि इसके दुष्प्रभाव से हमलोग बच सकें. नशे से न सिर्फ स्वास्थ बल्कि संस्कार भी खराब होता है. सीएम नीतीश ने कहा कि असली वाला कुछ लोग ही पकड़ा रहा है, सब नहीं पकड़ा रहा है, जितने हमारे पुलिस वाले लोग हैं वह सब उसको देखिए. मुख्यमंत्री ने मंच पर पटना के डीएम और एसएसपी को खोजने लगे. उन्होंने कहा कि पटना पर कंट्रोल करिए. पटना वाला जब पूरा हो जाएगा तो बाकी वाला डरेगा.आप लोग असली आदमी को पहचानिए कौन कर रहा है गड़बड़.

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 1 अप्रैल 2016 को हमने शराबबंदी कानून लागू कर दिया. सीएम ने कहा कि 90 परसेंट आदमी तो अच्छा करता है, लेकिन 10 परसेंट कुछ ना कुछ गड़बड़ करता है. उसी के लिए हम लोग प्रयास करते रहते हैं. आज भी तरह-तरह की बात होती है. शराबबंदी कानून पूरी तरीके से लागू हो इसको लेकर हम हर बार मीटिंग करते हैं. हम अधिकारियों से कहते हैं कि इसको देखिए. कार्रवाई जारी है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम जब सरकार में आये तो शराब से टैक्स 5000 करोड़ रूपया तक पहुंच गया था. 2015 में जह हम फिर से सरकार में आये तो महिलाओं की मांग पर शराबबंबदी ललागू करने का विचार किया। 2015 में जब नई सरकार बनी उसके बाद हमने शराब बंदी लागू करने का निश्चय किया और पाठक जी को इसका जिम्मा दिया.