#MNN24x7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान सिवान के पतेजी पंचायत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पूरे बिहार में लोग अपने बच्चों को पैदा करते हैं और पाल पोष कर जवान कर, उन्हें मजदूर बना कर काम करने के लिए बाहर भेज देते हैं। पूरे भारत में जहां भी मजदूरों की जरूरत होती है वो बिहार से सौ लड़के पकड़ कर ले जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जवान लड़के जब 20-22 साल के हो जाते हैं, जिन्हें आप सभी अपना पेट काट कर, पाल – पोष कर बड़ा करते हैं, वही लड़के पीठ पर झोला ले कर बस में जानवरों की तरह अपना राज्य छोड़ कर दूसरे राज्य काम करने जाते हैं। 10 से 15 हजार रुपयों के लिए 14 घंटे वहाँ काम करते हैं। अपना पेट काट काटते हैं ताकि घर में 6 से 8 हजार रुपए भेज सके जिससे उनकी घर गृहस्थी चल पाए।