#MNN@24X7 दरभंगा। सम्बद्ध महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मियों ने एक स्वर से विश्वविद्यालय द्वारा निर्गत अधिसूचना के द्वारा संशोधित पारिश्रमिक दर की भूरि- भूरि प्रशंसा करते हुए कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह, प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा, वित्त परामर्शी कैलाश राम, कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद, वित्त समिति के सदस्य प्रोफेसर नारायण झा, गोपाल चौधरी, अरविंद सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ आनन्द मोहन मिश्र एवं उपकुलसचिव डॉ कामेश्वर पासवान को सम्मानित किया।
कुलपति ने सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि सम्बद्ध महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मियों की सेवा सम्पुष्टि हेतु विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत रूप से पत्र निर्गत किया जायेगा, ताकि उनलोगों की सेवा सम्पुष्टि शीघ्र हो। साथ ही उन्होंने कहा कि अनुदान की राशि का बंटवारा सही तरीके से हो, इसके लिए भी विश्वविद्यालय प्रशासन कटिबद्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि वित्त समिति के सदस्य प्रोफेसर नारायण झा, गोपाल चौधरी, अरविन्द सिंह एवं श्याम सुंदर विश्वकर्मा ने जैसे ही इस विषय को मेरे समक्ष उपस्थित किया, तत्काल हमने स्वीकार करते हुए विधिसम्मत कारवाई हेतु वित्त समिति की कमिटी बनाकर कार्य को सम्पन्न करवाया।
प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने कहा कि पहली बार यह देखने को मिल रहा है कि संघर्ष करने वाले सम्मान दे रहे हैं। इसका अभिप्राय हुआ कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सकारात्मक निर्णय लिया गया है।
कुलसचिव ने कहा कि सम्बद्ध महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मियों के नाम से सम्बन्धित अलग- अलग फाइल खोला जाएगा, ताकि शासी निकाय शोषण नहीं कर सके।
प्रोफेसर नारायण झा ने कहा कि हमलोग शिक्षकों एवं कर्मियों की पीड़ा एवं दर्द को जैसे ही वित्त समिति की बैठक में प्रस्तुत किया, तत्क्षण कुलपति सकारात्मक भाव में स्वीकार किये तथा 12 वर्षों के बाद पारिश्रमिक दर में संशोधन हुआ।
सम्मान समारोह की अध्यक्षता डॉ सुमन कुमार झा एवं संयोजन प्रो अखिल रंजन झा ने की। विश्वविद्यालय अन्तर्गत सभी चार जिलों के सम्बद्ध महाविद्यालयों से शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी उपस्थित थे।
प्रमुख रूप से डाॅ संजीव कुमार झा, डॉ कृष्ण कुमार अग्रवाल, डॉ राम लखन प्रसाद सिंह, प्रो० हरि नारायण सिंह, प्रो० टुनटुन प्रसाद राय, पुरूषोत्तम झा, प्रो देवाशीष परमार्थी, प्रो नरेश झा, प्रो जगदीश चौधरी, प्रो आशुतोष कुमार झा के साथ अन्य शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी उपस्थित थे।