अतिथियों के स्वागत के लिए सभी की जिम्मेदारी तय

#MNN@24X7 दरभंगा, महामहिम कुलाधिपति की अध्यक्षता में 26 मार्च को संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाली सीनेट की बैठक को यादगार व सफल बनाने के लिए कुलपति डॉ शशिनाथ झा की अगुआई में शनिवार को भी देर तक बैठक चली। महामहिम के साथ साथ अन्य अतिथियों व सीनेट सदस्यों के स्वागत भाव के लिए दर्जनभर से अधिक समितियों का गठन किया गया। सभी समिति सदस्यों को अपने अपने दायित्वों के निर्वहन का निर्देश दिया गया है। साथ ही यह भी निदेशित किया गया है कि प्रतिदिन सिमितियों के संयोजक कार्य प्रगति के बारे में कुलपति को जानकारी देंगे।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि बैठक के दिन सभी तरह के वाहनों की पार्किंग विश्वविद्यालय खेल मैदान में होगी। महामहिम, सीनेट सदस्यों तथा मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारियों के लिए मिथिला विश्वविद्यालय के गांधी सदन में भोजन की व्यवस्था की गई है। यहां डॉ महानन्द ठाकुर के नेतृत्व में सात अन्य कर्मी सहयोग करेंगे। वहीं, परीक्षा भवन में की गई भोजन आदि की व्यवस्था के लिए डॉ प्रमोद कुमार मिश्र के संजोकत्व में पांच कर्मियों को लगाया गया है। इसी तरह मंच पर अतिथियों के स्वागत में डॉ साधना शर्मा एवं डॉ सविता शर्मा सहयोग करेंगीं। कैम्पस की साफ सफाई एवं भवनों आदि के रंग रोगन की जम्मेदारी अभियंता एनएन झा व सतीश शर्मा को दी गयी है।

वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी,एलबम आदि के लिए पंकज मोहन झा को दायित्व मिला है। वहीं, सीनेट हॉल एवं कुलपति सचिवालय की व्यवस्था की जिम्मेदारी अभिमन्यु कुमार को दी गयी है। इनके सहयोग में चार अन्य कर्मी रहेंगे। डीन कार्यालय,गोलघर सभा भवन की देख रेख सुशील कुमार झा उर्फ बौआ जी के हाथों रहेगी।इनका सहयोग अभिषेक झा करेंगे। इसी तरह सीनेट सदस्यों की उपस्थिति व यात्रा भत्ता उपलब्ध कराने का काम रणजीत कुमार ठाकुर करेंगे। दो अन्य कर्मी इनका सहयोग करेंगे

वहीं दूसरी ओर, बाघ मोड़ गेट पर उपकुलसचिव डॉ सुनील कुमार झा, मनोकामना मंदिर गेट पर डॉ सत्यवान कुमार व तेजनारायण झा तथा मजार गेट पर डॉ सुधीर कुमार झा मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे ताकि अतिथियों व सदस्यों को कोई परेशानी नहीं हो।

बैठक में कुलपति डॉ झा के अलावा, डॉ श्रीपति त्रिपाठी, डॉ सुरेश्वर झा, डॉ दीनानाथ साह, डॉ दयानाथ झा,डॉ शिवलोचन झा, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ दिनेश कुमार झा, डॉ पवन कुमार झा, नरोत्तम मिश्रा, एफओ डॉ जयकिशोर चौधरी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।