#MNN@24X7 दरभंगा, 18 अक्टूबर 2023 :- सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने एवं जनता का सुझाव व अनुभव प्राप्त करने हेतु दरभंगा जिला के हायाघाट प्रखण्ड अन्तर्गत पंचायत सरकार भवन, आनन्दपुर सहोरा में अपर समाहर्त्ता-सह-अपर जिला दण्डाधिकारी राजेश झा “राजा” की अध्यक्षता में जन-संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आनन्दपुर सहोरा पंचायत में आयोजित जन-संवाद कार्यक्रम का सर्वप्रथम अपर समाहर्त्ता-सह-अपर जिला दण्डाधिकारी द्वारा दीप प्रज्वलित कर उदघाटन किया गया।
तत्पश्चात स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा उपस्थित जिला स्तरीय व प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों को पाग, चादर एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया।
जन-संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रम अधीक्षक राकेश रंजन ने श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलाई जा रही योजना बिहार भवन व अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित 16 योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि श्रम संसाधन विभाग के अन्तर्गत विभिन्न निर्माण कार्य में लगे मजदूर को लेवर कार्ड बनवाने तथा लेवर कार्ड बन जाने के उपरान्त 16 तरह के लाभ प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलाई जा रही योजना सभी योजनाओं के लाभ प्राप्त करने के लिए निबंधन कराना जरूरी है, जो मात्र 50 रुपये के शुल्क पर आधार कार्ड, बैंक खाता एवं पासपोर्ट साइज फोटो लेकर *वसुधा केन्द्र* पर जाने से हो जाता है।
उन्होंने बताया कि एक बार लेबर कार्ड बन जाने पर मजदूर तथा उसके परिवार को जीवन प्रयन्त विभिन्न सुविधा व सहायता मिलती है। मसलन औजार खरीदने के लिए 15 हजार रुपये, दो संतान के जन्म के अवसर पर महिलाओं को तीन महीने की मजदूरी के बराबर सहायता राशि, साईकिल खरीदने के लिए 3,500 रूपये, बच्चों के प्रथम श्रेणी मैट्रिक पास करने पर 10 से 20 हजार रुपये की पुरस्कार राशि, बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्च, मजदूर की स्वभाविक एवं आकस्मिक मृत्यु के उपरान्त उनके आश्रितों को क्रमशः 02 लाख एवं 04 लाख रूपये की सहायता राशि दी जाती है।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त श्रम संसाधन विभाग द्वारा अन्य भी कई लाभ दिये जाते हैं, प्रवासी मजूदरों के दुर्घटना मृत्यु के उपरान्त भी 02 लाख रूपये की सहायता राशि दी जाती है।
जन-संवाद कार्यक्रम में सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा) सुश्री नेहा कुमारी ने समाज कल्याण विभाग के विभिन्न पेंशन योजना, अन्तर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना, संबल योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने जन-संवाद को सम्बोधित करते हुए कहा कि 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता होने एवं रोजगार व शिक्षा के लिए 03 किलोमीटर की दूरी तय करने वालों को दिव्यांगजनों को बैट्री चालित ट्राई साईकिल दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हिन्दु धर्म के युवक/युवतियों को अन्तर्जातीय विवाह के लिए प्रोत्साहित करने हेतु अन्तर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत 01 लाख रूपये का एफ.डी. वधु के नाम से दिया जा रहा है, लेकिन इसके लिए शादी के दो वर्षों के अन्दर आवेदन करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए आवेदक द्वारा आवेदन ऑनलाईन किया जा सकता है या जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग में दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बुनियाद केन्द्र में 50 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का आँख, कान की जाँच की जाती है और फिजियोथेरेपी के माध्यम से दिव्यांगता की ओर बढ़ने वाली बीमारी का ईलाज किया जाता है।
डी.पी.एम. (स्वास्थ्य) शैलेश चंद्रा ने अपने जन संबोधन में मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष योजना, जननी बाल सुरक्षा योजना, पूर्ण टीकाकरण योजना, ओ.पी.डी. में 108 प्रकार की दवाओं की उपलब्धता, परिवार कल्याण योजना, कुष्ठ रोग कल्याण योजना एवं स्वास्थ्य विभाग की अन्य कल्याणकारी योजनाओं के संबंध विस्तृत में जानकारी दी।
जन-संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डी.पी.एम (जीविका) डॉ. ऋचा गार्गी ने जीविका के कार्यक्रमों से अवगत कराते हुए दीदीयों को दी जा रही सुविधा के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
जन-संवाद कार्यक्रम में आये सामाजिक सुरक्षा के लाभुक मो. शोहेल के साथ-साथ जीविका दीदी ममता देवी, हिरणा देवी एवं कंचन देवी ने अपने-अपने अनुभव को साझा किया, जबकि स्वागत गान जीविका दीदी मीरा देवी के द्वारा किया गया।
जन-संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अपर समाहर्त्ता-सह-अपर जिला दण्डाधिकारी श्री राजेश झा “राजा” ने कहा कि सभी विभागों के पदाधिकारियों ने अपने-अपने योजनाओं की जानकारी दी तथा उसके लाभ प्राप्त करने के उपाय भी बताएँ, जरूरी है कि आप सभी इन योजनाओं का लाभ उठावें और अपने राज्य को विकसित करें।
उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं के पात्र लाभुक अपनी पात्रता के अनुसार योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के प्रथम चरण के तहत खुले में शौच मुक्त कार्यक्रम एवं द्वितीय चरण के अन्तर्गत स्वच्छ गाँव, समृद्ध गाँव एवं स्वस्थ्य गाँव के अन्तर्गत गाँवों को कचरा मुक्त करने का अभियान सरकार द्वारा चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी परिवारों को हरा एवं नीला डस्टबीन, सुखा और गीला कचरा को अलग-अलग रखने के लिए दिया गया है। साथ की कचरे को संग्रहित कर अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई पर लाकर उसे वैज्ञानिक तरीके से निष्पादित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान के अन्तर्गत पुराने कुँआ, तालाब का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है, इसके साथ ही सभी चापाकल और कुँआ के समीप सोख्ता का निर्माण कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा जल संकट को देखते हुए छत वर्षा जल संचयन स्थापित किया जा रहा है, ताकि भू-जल स्तर बना रहे।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही स्वच्छ वायु (ऑक्सीजन) सभी को मिल सके, इसके लिए बड़ी संख्या में जिला में वृक्षारोपण कराया जा रहा है, आप भी वृक्षोरोपण करें और अपने आस-पास साफ-सफाई रखे, ताकि अनावश्यक बीमारी के दौरान होने वाले खर्च एवं समय की क्षति से बचाव हो सके।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा सभी भू-अभिलेख ऑनलाईन अपलोड कर दिए गए है, अब कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन का अभिलेख भूमि पोर्टल पर देख सकते हैं और वे तुरंत ऑनलाईन रसीद कटवा सकते है।
उन्होंने कहा कि अभियान बसेरा के अन्तर्गत भूमिहीन परिवारों को राजस्व विभाग द्वारा भूमि भी उलब्ध कराती है। सरकारी जमीन उपलब्ध होने पर बासगीत पर्चा दिया जाता है, जमीन उपलब्ध नहीं रहने पर राजस्व विभाग द्वारा क्रय निति के तहत भूमि क्रय कर प्रदान की जाती है।
उन्होंने कहा कि भूमि विवाद के निपटरा हेतु प्रत्येक शनिवार को थाना स्तर पर थानाध्यक्ष एवं अंचलाधिकारी द्वारा सुनवाई कर विवाद का निष्पादन कराया जाता है।
उन्होंने कहा कि यदि दाखिल खारिज से संबंधित कोई समस्या हो, तो भूमि सुधार उप समाहर्त्ता कोर्ट या अपर समाहर्त्ता न्यायालय में वाद दायर किया जा सकता है।
उन्होंने जन-संवाद कार्यक्रम में रैयतों से अपील किया कि वे 31 दिसम्बर, 2023 तक अपना जमाबंदी को हल्का कर्मचारी के माध्यम से आधार से लिंक करवा लें।
उन्होंने कहा कि भूमि विवाद की समस्या नही हो, इसके लिए आप सिर्फ 100 रुपये में मात्र अपने भाईयों के बीच आपसी बटवारा करवा सकते हैं।
आनन्दपुर सहोरा पंचायत के पंचायत सरकार भवन में आयोजित जन-संवाद कार्यक्रम का मंच संचालन प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, हायाघाट द्वारा किया गया।
जन संवाद कार्यक्रम में हायाघाट के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखण्ड पंचायत राज पदाधिकारी के साथ-साथ जिला व प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारीगण, पंचायत के मुखिया जी कृष्णकांत चौधरी, पंचायत के गणमान्य नागरिक बैद्यनाथ चौधरी, बैजू बाबू व अन्य पंचायत जन प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।