MNN@24X7 आकाशवाणी पटनाक बटुक भाई, चौपाल कार्यक्रमक सशक्त मैथिल स्वर, माँ मैथिलीक अनन्य सेवक चनौर गामक सपूत आ समाजक दुलरुआ आइ चिरनिद्रामे सूति रहला। आइ मध्याह्न डेढ़ बजे पटना स्थित पाटलिपुत्रा कौलेनीक न्यू-रोड नंबर तीन, वसुंधरा अपार्टमेंट,222 (पाटलिपुत्र गेस्टहाउस लग) सत्तहत्तरि वर्षक आयुमे देहत्याग केलनि।
हुनक जन्म 05 अप्रैल 1946 केँ दरभंगा जिलाक मनीगाछी प्रखण्डक चनौर गाममे भेल छलनि। सन 1968ई. सँ 2006ई. धरि आकाशवाणी पटनामे स्टाफ उद्घोषक आ कम्पीयरक रूपमे काज केलनि। मैथिली रंगमंचक जगजियार संस्था ‘भंगिमा’ पटनाक संस्थापक सदस्य ओ अध्यक्ष रहला। युवावस्थहिसँ मैथिली रंगमंचकेँ हिनक अमूल्य योगदान रहल। हिनक साहित्यिक कृति ‘काँट-कूश’, डोकहरक आँखि,एक गुलाबक लेल, सीताहरण, मैथिली रेडियो नाटक,सुनू जानकी, (पहिने एकर नाम प्रायश्चित छल),गौरीकांत चौधरी ‘कांत’ मुखिया जी। किछु अनुवाद -: अन्तिम प्रश्न, गाछा, रामलीला,नट सम्राट, कबीर आदि।
बटुक भाईकेँ 2014 मे ज्योतिरीश्वर सम्मान, मैलोरंग रेपर्टरीसँ, मिथिला विभूति सम्मान-विद्यापति सेवा संस्थान दरभंगा सँ, ज्योतिरीश्वर राष्ट्रीय शिखर सम्मान-भारतीय साहित्यकार संसद समस्तीपुर सँ, एकर अतिरिक्त किरण मैथिली साहित्य शोध संस्थान उजानसँ , चेतना समिति पटना सँ कतेको सम्मान प्राप्त भेलनि।
बटुक भाई(छात्रानंद सिंह झा)
विधुर भेलाक बाद बटुक भाई भीतरसँ टूटि गेल छला आ रहल सहल कसरि पूरा क’ देलकनि छोट पुत्र सुनीलक निधनक शोक। पछिला एक माससँ अस्पतालक आइसीयूमे संघर्षक उपरांत सभ परिजन आदिकेँ छोड़ि गोलोक वासी भ’ गेलाह।
पितृपक्षमे पितर भेल छत्रानंद सिंह झा ऊर्फ बटुक भाईकेँ अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।🙏
©अखिलेश कुमार झा(लेखक)