कोविड टीकाकरण की प्रगति की हुई समीक्षा।
19 जून से चलेगा पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान।
दरभंगा, 09 जून 2022 :- दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्लस पोलियो राउण्ड की तैयारी को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गयी। इसके साथ ही बैठक में कोविड टीकाकरण की प्रगति एवं आंकाक्षी जिला के प्रगति हेतु निर्धारित 09 सूचक की समीक्षा की गयी।
जून राउंड के पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के संबंध में डब्ल्यू.एच.ओ. के एस.एम.ओ. डॉ. सुधानन्द द्वारा बताया गया कि 19 जून से 23 जून 2022 तक जिले में प्लस पोलियो टीकाकरण का पहला राउण्ड चलेगा, जिसमें ए टीम द्वारा पोलिया का टीका दिया जाएगा एवं 25 जून को बी टीम द्वारा छूटे हुए बच्चों को पोलियो का टीका दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि फरवरी राउण्ड में 1742 ए टीम लगी थी, जो 639 पर्यवेक्षक के अधीन काम की थी।
कार्यक्रम की सफलता के लिए उनका शत्-प्रतिशत् प्रशिक्षण आवश्यक है। उन्होंने बताया कि फरवरी राउंड में लगभग 6.69 लाख बच्चों का पोलियो टीकाकरण किया गया।
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रखण्ड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक समय से पहले करा लेने के साथ साथ टीकाकर्मियों का शत-प्रतिशत प्रशिक्षण करा लेने का निर्देश दिया।
बैठक में एस.एम.ओ. ने बताया कि फरवरी राउण्ड के ए एवं बी टीम के स्वंय सेवी का भुगतान अलीनगर, बहेड़ी, हायाघाट एवं जाले प्रखण्ड में अभी तक नहीं किया गया है तथा बहादुरपुर, घनश्यामपुर, मनीगाछी, सतीघाट, सिंहवाड़ा एवं दरभंगा सदर में भी आंशिक रूप से भुगतान किया गया है।
जिलाधिकारी ने चारों प्रखण्ड के लेखापाल से स्पष्टीकरण प्राप्त कर एक वेतन वृद्धि रोकने का निर्देश डी.पी.एम. विशाल सिंह को दिया। साथ ही उन 06 प्रखण्ड, जहाँ आंशिक रूप से भुगतान किया गया है, उनसे स्पष्टीकरण की माँग करने को कहा।
कोविड टीकाकरण की प्रगति के समीक्षा के दौरान जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अमरेन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण में जिले को बिहार में तीसरा स्थान, 12 से 14 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण में भी तीसरा स्थान, फ्रंट लाइन वर्कर में सातवाँ स्थान, हेल्थ केयर वर्कर के टीकाकरण में चौथा स्थान, प्रिकॉशनरी डोज में तीसरा स्थान, 60 वर्ष से ऊपर वाले में तीसरा स्थान, कुल मिलाकर प्रथम डोज के टीकाकरण में आठवाँ एवं द्वितीय डोज के टीकाकरण में पहला स्थान पर दरभंगा जिला है।
जिलाधिकारी ने 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग में जिले में सबसे खराब प्रदर्शन वाले प्रखण्ड केवटी, हायाघाट के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक, सभी संबंधित ए.एन.एम., प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी का वेतन अगले आदेश तक स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण की माँग की है और कहा है कि जिस दिन उनके प्रखंड की प्रगति जिला औसत से ऊपर प्राप्त होगी, उसी दिन वेतन विमुक्त कराने का अनुरोध स्वीकार किया जाएगा।
बेनीपुर, बहादुरपुर, दरभंगा सदर, सिंहवाड़ा एवं जाले के संबंधित पदाधिकारियों से भी स्पष्टीकरण की माँग की गयी है।
इसी प्रकार प्रथम डोज के टीकाकरण में न्यूनतम प्रगति वाले बेनीपुर, बहादुरपुर, दरभंगा सदर एवं द्वितीय डोज के टीकाकरण में न्यूनतम प्रगति वाले दरभंगा सदर, जाले, बेनीपुर, मनीगाछी, तारडीह एवं सतीघाट के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी संबंधित ए.एन.एम., प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी, जिनमें प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, बी.पी.एम. (जीविका) से स्पष्टीकरण की माँग की गई।
फ्रंट लाईन वर्कर के टीकाकरण में न्यूनतम प्रगति वाले दरभंगा नगर के सभी संबंधित पदाधिकारी का उसी प्रकार वेतन पर रोक लगा दी गयी है। 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण में हायाघाट के तथा 12 से 14 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण में केवटी एवं मनीगाछी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के वेतन पर रोक लगाते हुए स्पष्टीकरण की माँग की गयी है।
60 वर्ष से ऊपर वाले के टीकाकरण में न्यूनतम प्रगति 29 प्रतिशत् पर रहने वाले दरभंगा सदर प्रखण्ड के सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी के वेतन पर रोक लगा दी गयी है।
आंकाक्षी जिला की प्रगति की समीक्षा में चौथे प्रसव पूर्व जाँच, सभी गर्भवती महिला को आई.एफ.ए. का 180 टेबलेट का वितरण, संस्थागत प्रसव, घर में जन्म लेने वाले बच्चों की देखभाल, पूर्ण टीकाकरण, टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, हेल्थ एण्ड वेलनेश सेन्टर की प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन की 180 टेबलेट मिल जानी चाहिए। इसके लिए प्रखण्ड स्तर या जिला स्तर पर टेबलेट क्रय करनी पड़े, तो कर ली जाए। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव, जो दरभंगा में 70 प्रतिशत् है, इसे बढ़ाना होगा तथा पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम की उपलब्धि किसी भी सुरत में 95 प्रतिशत से कम नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आंकाक्षी जिला के लिए इन 09 इन्डीकेटर (सूचक) के कार्य में तेजी लाकर हर हाल में 02 महीने में जिला को आंकाक्षी जिला से बाहर निकालना होगा।
स्वास्थ्य विभाग के कार्य में अच्छी प्रगति नहीं रहने के कारण ही दरभंगा जिला को आंकाक्षी जिला में शामिल किया गया है। इसलिए सिविल सर्जन निरंतर बैठक कर इसकी निगरानी एवं अनुश्रवण करें।
उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त अम्रिषा बैंस, सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अमरेन्द्र कुमार मिश्र, डब्ल्यू.एच.ओ. के राज्य प्रतिनिधि तथा दरभंगा जिला के प्रभारी डॉ. संदीप पाटिल, जिला शिक्षा पदाधिकारी विभा कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (समेकित बाल विकास परियोजना) डॉ. रश्मि वर्मा, यूनिसेफ के शंशिकान्त सिंह, केयर इण्डिया के जिला समन्वयक डॉ. ऋद्धा झा, यू.एन.डी.पी. के जिला प्रतिनिधि डॉ. पंकज कुमार, डी.पी.एम (हेल्थ) विशाल सिंह, डी.पी.एम. (जीविका) मुकेश तिवारी सुधांशू, आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक डॉ. बिरेन्द्र कुमार एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
वहीं प्रखण्डों से सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, बी.पी.एम. (जीविका), प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी ऑनलाईन जुड़े हुए थे।