#MNN24X7 समस्तीपुर ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, डा०आर०पी०सी०ए०यू०, पूसा, समस्तीपुर एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से जारी 04-08 अक्टूबर, 2025 तक के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार-पूर्वानुमानित अवधि में अगले 24 से 48 घंटो (4-5 अक्टूबर) में उत्तर बिहार के जिलों में अनेक स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने की सम्भावना है।
इस दौरान वैशाली दरभंगा, एवं मधुबनी जिलों में अति भारी वर्षा हो सकती है। समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, एवं सारण जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। बाकि जिलों में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। वर्षा के दौरान हवा तेज हो सकती है तथा वक्षपात होने की सम्भावना बनी रहेगी।
इस अवधी में अधिकतम तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस बने रहने की सम्भावना है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 90-95 प्रतिशत के आसपास तथा दोपहर में 50-60 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 8 से 10 कि०मी० प्रति घंटा की रफ्तार से पूर्वा हवा चलने की संभावना है।
समसामयिक सुझाव- पिछले 3-4 दिनों में उत्तर बिहार के तराई एवं मैदानी जिलों के अनेक स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा हुई है तथा पूर्वानुमानित अवधी में भी भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। जिसके कारण खेतों में जल जमाव की स्थिति बन सकती है। किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि खड़ी फसलों एवं सब्जियों के खेतों से जल के निकासी की व्यवस्था करें। कटुवर्गीय सब्जियों को उपर चढ़ाने की व्यवस्था करें ताकि वर्षा से सब्जियों की लत्तर को गलने से बचाया जा सकें।
सब्जियों की नर्सरी में लाही, सफेद मक्खी व चूसक कीड़ों की निगरानी करें। ये कीट विषाणु जनित रोग के लिए वाहक का काम करते है। इससे बचाव के लिए इमिडाक्लोरोप्रिड दवा का 0.3 मीली प्रति लीटर पानी की दर से घोल कर आसमान साफ रहने पर छिड़काव करें। फूलगोभी की पूसा अगहनी, पूसी, पटना मेन, पूला सिन्थेटिक 1. पूसा शुभ्रा, पूसा शरद, पूसा मेधना, काषी कुचौरी एवं अर्ली स्नोवॉल आदि किस्मों की रोपाई फिलहाल स्थगित रखे।
बोरान तथा मॉलिब्डेनम तत्व की कमी वाले खेत में 10-15 किलो ग्राम बोरेक्स तथा 1 किलोग्राम सोडियम मालिब्डेट या अमोनियम मालिब्डेट का व्यवहार खेत की तैयारी के समय करे। जगात रोपी गयी फूल गोभी में पती खाने वाली कीट (डायमंड बैंक मॉथ) की निगराणी करें एवं प्रकोप दिखाई देने पर बचाव हेतु स्पेनोसेड दवा एक मी०ली० प्रत्ति 4 लीटर पानी में दो तीन दिन के बाद आसमान साफ रहने पर छिड़काव करें।
अगात मूली की बुआई दो तीन दिन के बाद करें। इसके लिए पूसा चेतकी, पूसा देषी, पूसा हिमानी, जौनपुरी जापानी सफेद, पूसा रष्मि जापानी सफेद, पंजाब सफेद, अको निषान्त आदि प्रभेद अनुशंसित है। बीजदर 4 से 5 कि०ग्रा० प्रत्ति हेक्टेयर तथा 25 * 10 से०मी० की दूरी पर बुआई करें।