दरभंगा।राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मोहनपुर दरभंगा में अंतर्राष्ट्रीय मातृदिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद ने यह अंतरराष्ट्रीय मातृदिवस के अवसर पर यह बताया की मां कि बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। आयुर्वेद में मानव जीवन के ऊपर पड़ने वाले मां के हर क्रियाकलापों
वर्णन सविस्तार से किया गया है। माता के रूप में नारी धरती पर अपने सबसे पवित्रतम रूप में है। मां धरती पर की दिखलाई पड़ने वाली ईश्वर है। मां के प्रति संतानों के हृदय में आदर भाव बना रहे इस दृष्टि को ध्यान में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। बच्चों में संस्कार भरने का काम मां के रूप में नारी द्वारा ही किया जाता है। मां हमारी प्रथम गुरु होती है। मां के हर क्रियाकलापों का प्रभाव गर्भाधान के पूर्व से लेकर प्रसव उपरांत बच्चों पर सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रकार से पड़ता है । श्रेष्ठ माताओं ने ही श्रेष्ठ संतानों को जन्म दिया है। बेहतर संस्कार देकर बच्चों को समाज में उदाहरण बनाना नारी ही कर सकती है। कार्यक्रम के आयोजक डॉ दिनेश कुमार ने बताया की आयुर्वेद में सर्वगुण संपन्न श्रेष्ठ संतान की उत्पत्ति में 6 भावों का प्रभाव गर्भ पर पड़ता है। जिसमें मातृज भाव के अंतर्गत गर्भ में त्वचा,रक्त ,मांस ,नाभि ,ह्रदय आदि अंगों का निर्माण होता है। मां के द्वारा सेवन किया गया आहार- विहार का प्रत्यक्ष प्रभाव गर्भ पर पड़ता है ।इस प्रकार मां हमें अपने उच्च संस्कारों से युक्त बनाती है। हम मां के ऋण को नहीं चुका सकते। डॉ निशा कुमारी ने यह कहा की मां संवेदना है, भावना है, एहसास है, मां जीवन के फूलों में खुशबू का नाम है। मां पृथ्वी है ,जगत है, धुरी है । मां बिना इस सृष्टि की कल्पना अधूरी है। जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं।
आज महाविद्यालय परिसर में सुवर्ण प्राशन कार्यक्रम के अंतर्गत 6 वर्ष से लेकर 12 वर्ष तक के बच्चों को दवा पिलाई गई। ज्ञातव्य है कि स्वर्ण प्राशन की खुराक प्रत्येक माह के पुष्प नक्षत्र के दिन ही दवा देने का प्रावधान है। इसके नियमित प्रयोग से बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में वृद्धि होती है। पाचन शक्ति बढ़ती है।शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में उत्तरोत्तर विकास होता है। चिकित्सालय के साथ-साथ आज राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मोहनपुर दरभंगा में भी स्वर्ण प्राशन की खुराक पिलाई गई। ज्ञातव्य है कि प्रत्येक माह के पुष्प नक्षत्र में प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक स्वर्ण प्राशन खुराक पिलाया जाता है। जिसमें आज 173 बच्चों को स्वर्ण प्राशन की खुराक पिलाया गया तथा जांच कर औषधि एवं चिकित्सा परामर्श दिया गया। आगामी सुवर्ण प्राशन की खुराक पुष्य नक्षत्र में दिनांक 4 .6.2022 को प्रातः 10:00 बजे से अपराहन 2:00 बजे तक निशुल्क रूप से तथा पंजीकृत बच्चों को दिया जाएगा ।नए बच्चों के साथ-साथ पुराने बच्चों को पुनः पंजीकरण कराना होगा।
08 May 2022