#MNN@24X7 उजियारपुर, भाकपा माले चैता दक्षिणी पन्चायत में भाकपा माले कार्यकर्ताओ एवं खेत मजदूरों की बैठक कारी सहनी की अध्यक्षता एवं जिला स्थाई समिति सदस्य महावीर पोद्दार के पर्यवेक्षण में सम्पन्न हुई।
बैठक में अक्षत भभूत नहीं रोजी-रोटी रोजगार चाहिए, सम्विधान और लोकतंत्र की सम्मान चाहिए नारे के साथ सभी भूमि हीनो को 5 डीसमिल जमीन एवं पक्का मकान, सामाजिक सुरक्षा पेन्शन की राशि 400 रूपये से बढाकर 3000 रूपये करने, मनरेगा मजदूरों को दैनिक मजदूरी 600 रूपये प्रतिदिन करने, सभी लोगों को 200 यूनिट फ्री बिजली देने, नफरत और हिंसा की राजनीति बन्द करने, सम्विधान और लोकतंत्र की रक्षा करने सहित अन्य मान्गो को लेकर 18 जनवरी को उजियार पुर प्रखंड कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला स्थाई समिति सदस्य महावीर पोद्दार ने कहा कि देश की सार्वजनिक सम्पत्तियों को बेचने वाली भाजपा और मोदी सरकार कालाबाजारी का अरबा चावल बाँट कर लोगों के आस्था और भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। प्रधानमंत्री का पहला दायित्व है देश की अर्थ व्यवस्था को सुदृढ़ करना किन्तु मोदी सरकार अर्थ व्यवस्था को ध्वस्त कर अधूरे राम मन्दिर का उद्घाटन करने की घोषणा कर साधू, सन्त एवं शंकराचार्य के अधिकार को भी छिन लेने पर आमादा है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार धार्मिक अन्धविश्वास और पाखंडवाद को देश की राजनीति का हिस्सा बना कर विज्ञान और तकनीक को हाशिये पर लाना चाह रही है जिसे देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
भाकपा माले ने बैठक के बाद चैता दक्षिणी पन्चायत में एक विशाल प्रतिरोध मार्च भी निकाला। मौके प्रखंड कमिटी के सदस्य तननजय प्रकाश, समीम मन्सूरी, के आलावे कुवँर सदा, विमल कुमार दास, हरिशचंद्र सदा,दिलीप राय, निर्धन शर्मा, अनिल कुमार, रामदेव, परमेश्वर,कारी सदा, सहित अन्य लोग मौजूद थे।