हरिद्वार में आयोजित दो दिवसीय गोष्ठी में मिली नई जिम्मेदारी
#MNN@24X7 दरभंगा, अगाध संस्कृत प्रेमी कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय को अखिल भारतीय स्तर पर बहुत बड़ी शैक्षणिक व सांस्कृतिक जिम्मेदारी दी गई है। हरिद्वार में आयोजित संस्कृत भारती के दो दिवसीय अखिल भारतीय गोष्ठी के दौरान सोमवार को उन्हें अखिल भारतीय विद्वत्परिषद का प्रमुख नियुक्त किया गया है। संस्कृत भारती द्वारा सम्पोषित व सम्पादित प्रत्येक शैक्षणिक गतिविधियों को संचालित करने में अब इनकी भूमिका और बढ़ गयी है। आशा की जा रही है कि संस्कृत को पुष्पित व पल्लवित करने में पहले से समर्पित कुलपति प्रो0 पांडेय की अगुआई में इस मुहिम को अवश्य ही नई धार व नई पहचान मिलेगी।
उक्त जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि 15 एवं 16 सितम्बर को हरिद्वार में आयोजित इस गोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों से संस्कृत भारती के पांच सौ से अधिक दायित्ववान कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे।
इस सम्मेलन में गत वर्ष के कार्यों का मूल्यांकन तथा आगामी वर्ष की कार्ययोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसी दौरान संस्कृत भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष प्रो.गोपबन्धु मिश्र ने हरिद्वार के व्यास मन्दिर परिसर में आयोजित गोष्ठी में कुलपति प्रो0 पांडेय को विद्वतपरिषद के प्रमुख बनाये जाने की घोषणा की। उनकी घोषणा होते ही कार्यक्रम स्थल पर काफी देर तक तालियां गूंजती रहीं। सभी ने नए दायित्व के लिए कुलपति प्रो0 पांडेय को शुभकामनाएं दी।
बता दें कि कुलपति प्रो.पाण्डेय विगत 40 वर्षों से संस्कृत भारती से जुड़े हैं तथा संस्कृत के प्रचार-प्रसार एवं इसके विकास के लिए समर्पित रहते हैं। वहीं,संस्कृत भारती बिहार प्रान्त के प्रचार प्रमुख डॉ.रामसेवक झा ने बताया कि सम्मेलन के दूसरे दिन कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को नया दायित्व प्रदान किया गया। ऊर्जावान व दक्ष नई टीम से संस्कृत भारती के कार्यक्रमों में अवश्य ही मजबूती मिलेगी।
उधर, संस्कृत भारती बिहार प्रांत के प्रान्ताध्यक्ष प्रो.इन्द्रनाथ झा, प्रांत मंत्री डॉ.रमेश झा, क्षेत्र मंत्री प्रो.श्रीप्रकाश पाण्डेय,दरभंगा विभाग संयोजक डॉ.त्रिलोक झा सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने कुलपति की नई जिम्मेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की है।