#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने अतिक्रमणकारियों को अवैध तरीके से विधुत आपूर्ति पर घोर आपत्ति दर्ज कराई है । विद्युत विभाग के शहरी आपूर्ति प्रमंडल के साथ आलि अधिकारियों को शनिवार को भेजे पत्र में विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने कहा है कि अतिक्रमणकारियों ने फर्ज़ी तरीके अथवा भवदीय कार्यालय के अनुचित मदद से कनेक्शन प्राप्त किया है । वह अवैध ढंग से निर्बाध विधुत आपूर्ति का लाभ ले रहें है। उक्त फर्जीवाड़ा का उद्देश्य अवैध अतिक्रमण को कब्जा के रूप में दर्शना है और विश्वविद्यालय की अचल संपत्ति को नुकसान पहुँचाना है।
स्थलीय जाँच में विश्वविद्यालय परिसर में स्थित श्यामा माई मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर, अग्निशमन कार्यालय के सामने तथा विश्वविद्यालय थाना के दक्षिण एवं पश्चिम रास्ता के किनारे एवं डेनबी रोड में अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध तरीके से विधुत मीटर प्राप्त कर विधुत आपूर्ति हासिल करते हुए देखा जा सकता है।विश्वविद्यालय परिसर में विधुत विभाग द्वारा पेड़, खंबो पर मीटर लगाकर अवैध आपूर्ति देने का काम किया है। अवैध तरीके से विधुत आपूर्ति हासिल करने में सफल होने से भवदीय कार्यालय के कार्य संस्कृति पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है । साथ ही ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विधुत विभाग अतिक्रमणकारियों को अप्रत्यक्ष रूप से अवैध कब्जा करने में मदद कर रहा है। उपरोक्त वर्णित तथ्यों के आलोक में भवदीय से अनुरोध है कि सघन मुहिम चलाकर अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध रूप से प्राप्त किये विधुत सेवा को अविलंब हटाए अन्यथा विश्वविद्यालय विधुत विभाग के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा।विश्वविद्यालय की सारी जमीन कुलाधिपति सह राज्यपाल के अधीन होती है।
उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से यह भी आग्रह किया है कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई से विश्वविद्यालय प्रशासन को भी अवगत कराया जाए।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वविद्यालय की भूमि के अतिक्रमणकारियों के अवैध विद्युत कनेक्शन की आपत्ति से जिला पदाधिकारी के अलावा राजभवन को भी अवगत कराया है। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने अवैध विद्युत कनेक्शन के खिलाफ शख्स के रूप में कुछ तस्वीरें भी अपनी आपत्ति के साथ संलग्न की है।