विश्वविद्यालय मैथिली विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा एवं वैदेही फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार मैथिली उपन्यासक दशा ओ दिशा विषयक दिनांक 17 अगस्त 2022 को आयोजित है।

प्रस्तावित सारस्वत आयोजन से सम्बन्धित विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारी प्रेषित करने हेतु आज विश्वविद्यालय मैथिली विभाग में प्रेस वार्ता में आयोजन सचिव प्रोफेसर नारायण झा ने कहा कि उक्त अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार तीन सत्रों में संचालित होगा।
प्रथम सत्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के माननीय कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के कर-कमलों से होगा तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीया प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा एवं कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद की गरिमामयी उपस्थिति होगी ।

कार्यक्रम का शुभारंभ गोसाउनिक गीत से होगा तथा बीज वक्तव्य मानविकी संकायाध्यक्ष प्रोफेसर रमण झा प्रस्तुत करेंगे एवं आयोजन सचिव प्रोफेसर नारायण झा स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत करेंगे। सत्र की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रमेश झा करेंगे ।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए वैदेही फाउण्डेशन के अध्यक्ष डॉ० सरोज चौधरी ने *वैदेही फाउण्डेशन* के उद्देश्य एवं कार्य-वृत्त पर विस्तार से प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि मिथिला मैथिली के सर्वांगीण विकास हेतु वैदेही फाउण्डेशन कृतसंकल्प है ।

प्रेस वार्ता में वैदेही फाउण्डेशन के महासचिव गोपाल चौधरी भी उपस्थित थे ।

द्वितीय सत्र की अध्यक्षता मैथिली साहित्य के शिरोमणि प्रोफेसर भीमनाथ झा करेंगे एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में साहित्यकार अजित आजाद की गरिमामयी उपस्थिति होगी तथा मुख्य वक्ता के रूप में नेपाल से आने वाले विशिष्ट विद्वान प्रोफेसर परमेश्वर कापड़ि तथा रौशन जनकपुरी होंगे ।

तृतीय सत्र में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा के कर-कमलों से प्रमाण-पत्र प्रतिभागियों को समर्पित किया जायेगा । मंच संचालन प्रोफेसर अशोक कुमार मेहता तथा धन्यवाद ज्ञापन गोपाल चौधरी करेंगे।