● सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास मॉडल देने व लागू करनेवाले नवभारत के शिल्पकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर नकारात्मक टिप्पणी कतई बर्दाश्त नहीं।
दरभंगा:- भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा बिहार के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ० संजय महतो पासी ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि दरभंगा जिला के बहादुरपुर विधानसभा से विधायक और बिहार सरकार में मंत्री मदन सहनी को आधुनिक भारत के शिल्पकार नरेंद्र मोदी पर नकारात्मक टिप्पणी करने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिये।
आज बहादुरपुर विधानसभा के अंतर्गत दोनों प्रखंड बहादुरपुर व हनुमाननगर की जनता बदहवास है। कोरोना जैसे महामारी में भी श्री सहनी ने अपने क्षेत्र के जनता की सुधि लेना कभी उचित नहीं समझा। एक भी प्रखंड में सड़क नहीं है। गाँव दर गाँव के सड़क की स्थिति जर्जर है। बहादुरपुर की जनता उन्हें लापता घोषित मानकर खुद को सांत्वना देती है। बहादुरपुर की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है। क्योंकि बस वोट मांगने के लिये क्षेत्र में जाते हैं और भाजपा के सहयोग से जीतते रहे हैं। उसके बाद क्षेत्र से कोई मतलब ही नहीं है इनका। बस दो-चार दलाल ही ऐसे हैं जो उनके आगे-पीछे सदैव परछाई की तरह मंडराते रहते हैं। बीजेपी कोटे से भी दरभंगा को मंत्रालय मिला था। लेकिन मंत्री रहते हुए भी जाले विधायक जीवेश मिश्रा कभी क्षेत्र जाना व विकास करना नहीं छोड़ा।
कोरोना काल में भी भाजपा के मंत्री, सांसद, विधायक से लेकर मंडल अध्यक्ष तक सदैव क्षेत्र में डटे रहे, कभी क्षेत्र नहीं छोड़ा और हरसंभव जनता-जनार्दन का सेवा किया लेकिन ये एक ऐसे मंत्री हैं जो सदैव अपने मंत्रालय के व्यस्तता का हवाला दे जनता को ठगने का सिर्फ काम किया है। वो तो धन्यवाद दरभंगा सांसद आदरणीय डॉ० गोपाल जी ठाकुर का करना होगा जिनके निजी हस्तक्षेप के बाद बहादुरपुर विधानसभा होकर गुजरने वाली इस क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित लाइफलाइन सड़क देकुली-शंकर रोहाड़ पथ के निर्माण में गति आयी है। इस सड़क के बन जाने से बहादुरपुर प्रखंड, हायाघाट प्रखंड व बहेड़ी प्रखंडों के कई गावों को लाभ मिलेगा। सच कहूं तो श्री सहनी का कोई जनाधार ही नहीं है वे तो जातीय समीकरण के कृपा पर मंत्री बने हुए बैठे हैं।*
ऐसे-ऐसे लोग जब सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास मॉडल लागू करनेवाले नवभारत के शिल्पकार आदरणीय प्रधानमंत्री जी नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी पर टिप्पणी करते हैं तो ताज्जुब होता है कि जिस श्री सहनी में चलनी से भी ज्यादा खुद छिद्र हो वो क्या प्रधानमंत्री जी को प्रमाण-पत्र देंगे। आदरणीय प्रधानमंत्री जी को मदन सहनी से प्रमाण-पत्र की कोई जरूरत नहीं है। वैसे ही हिंदुस्तान की जनता ने उन्हें दोबारा सत्ता पर काबिज नहीं किया है।
प्रधानमंत्री जी की पहचान उनके सर्वांगीण विकास से है जबकि मंत्री मदन सहनी जाति समीकरण की कृपा पर मंत्री बने हुए हैं। अन्यथा इनसे नाकारा तो पूरे बिहार में कोई नहीं होगा। इसीलिए अच्छा होगा कि मदन सहनी प्रधानमंत्री पर दिये अपने बयान को वापस लें और माफी मांगे।