दरभंगा।उत्तरी बिहार के सबसे बड़े चिकित्सीय संस्थान डीएमसीएच में शनिवार से गंभीर मरीजों के इलाज हेतु ट्रामा सेंटर रन करने लगा। अब मरीज पटना रेफर नहीं होगे,बल्कि यहीं भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। करीब चार साल पूर्व बनकर तैयार हुए ट्रॉमा सेंटर में कोरोना आईसीयू का संचालन किया जा रहा था। जो नया आईसीयू बनने के बाद से लंबे समय से खाली पड़ा था। इधर ट्रामा सेंटर के अभाव में गंभीर मरीजों को पटना रेफर करने के अलावा डीएमसीएच के डॉक्टरों के पास कोई भी विकल्प नहीं था।
इस स्थिति से निजात दिलाने के लिए अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा ने टीमवर्क आरंभ किया। सभी आवश्यक जरूरतों को प्राथमिकता देकर पूर्ण किया गया। फिर ट्रॉयल करने के पश्चात शनिवार से यह प्रारंभ हो गया है। अब गंभीर मरीजों के लिए डीएमसीएच में ही इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो गई है और पटना रेफर किए जाने वाले मरीजों की संख्या में भी अब व्यापक कमी आयेगी।
शनिवार को ट्रॉमा सेंटर के उपकरणों का प्राचार्य डॉ के एन मिश्रा,अधीक्षक डॉ हरि शंकर मिश्रा, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ वी एस प्रसाद निश्चेतना विभागाध्यक्ष डॉ हरि दामोदर सिंह,डॉ यूसी झा आदि ने जायजा लिया।
अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा ने बताया कि डॉ हरि दामोदर सिंह को ट्रॉमा सेंटर का प्रभारी बनाया गया है। अब सभी विभागों के गंभीर मरीजों को यहाँ आवश्यकतानुसार रेफर किया जाएगा। इसके संचालन से मरीजों को काफी लाभ पहुंचेगा। यहाँ कुल आठ बेड मौजूद है। जिन पर तमाम अत्याधुनिक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध है।