#MNN@24X7 दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में दिनांक 27 नवंबर, 2022 को अभिषद् की बैठक कुलपति प्रो० सुरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में नरगौना परिसर स्थित कुलपति महोदय के आवासीय कार्यालय के सभाकक्ष में आहूत हुई।
ल० ना० मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के वित्तीय वर्ष 2023 – 2024 की आय – व्ययक को माननीय सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित किया।आय – व्ययक में किसी प्रकार के त्रुटि को दूर करने हेतु संबंधित विभाग को निर्देशित किया।
कुलपति महोदय प्रो० सुरेंद्र प्रताप सिंह के आदेशोपरांत बैठक की कार्यवाही शुरू करते हुए प्रो०मुश्ताक अहमद, कुलसचिव ने सभी सदस्यों का स्वागत किया और तदुपरांत कार्यसूची में अंकित विषयों को माननीय सदस्यों के समक्ष रखा। अभिषद् की गत बैठक दिनांक 14.11.2022 के कार्यवृत्त पर विचार रखते हुए डॉ० बैद्यनाथ चौधरी ने कर्मचारियों के पोन्नति से संबंधित मामला उठाया और इसे कार्यवृत्त में शामिल करने की बात कही।
प्रो० विनोद चौधरी ने उनके माँग का समर्थन करते हुए पोन्नति के बिंदु को कार्यवृत्त में रखने की बात कही। साथ ही अध्यक्ष से अनुरोध किया कि माननीय सदस्यों के द्वारा बैठक में रखी गई सभी विषयों को कार्यवृत्त में अंकित किया जाये। इसके उत्तर में प्रो० अहमद, कुलसचिव ने माननीय सदस्यों को अवगत करवाया की सभी सदस्यों के द्वारा दिये गए सुझाव और मंतव्य को कार्यवृत्त में अंकित किया जाता है और मानवीय भूलवश अगर कोई बिंदु अंकित नही हो पाया है तो उस विषय को भी अंकित किया जाएगा।
दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की वर्त्तमान स्तिथि की समीक्षा हेतु विश्वविद्यालय द्वारा गठित कमिटी के प्रतिवेदन एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के क्षेत्रान्तर्गत अंगीभूत महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय परिसर स्थित बी०एड० नियमित के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के भुगतान से संबंधित विषयों को स्थगित रखने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है।डॉ गोपालजी ठाकुर माननीय सांसद, दरभंगा ने विश्वविद्यालय से खेलो इंडिया के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम का प्रस्ताव सरकार में भेजने संबंधित जानकारी की माँग की।
कुलसचिव ने सदस्य को सदर सूचित किया कि उनके द्वारा दिये गए प्रस्ताव को विश्वविद्यालय द्वारा प्रोजेक्ट के रूप में तैयार करके सभी केंद्र एवं राज्य सरकार के संबंधित विभाग को प्रेषित की जा चुकी है और इसकी एक प्रति उनके सुलभ संदर्भ हेतु प्रेषित किया जाएगा। डॉ ठाकुर , माननीय सांसद ने विश्वविद्यालय के चल अचल संपत्ति के सीमांकन करने का प्रस्ताव रखा जिसके जवाब में विश्वविद्यालय के तरफ से संबंधित विभाग को पत्र प्रेषित करने की सूचना दी गई।
डॉ अमर कुमार ने सम्बद्ध महाविद्यालयों में डोनर अथवा दाता सदस्य के शशि निकाय में सदस्य बनने की प्रक्रिया पर अफसोस जताते हुए सूचित किया कि जिन सम्मानित व्यक्तियों ने महाविद्यालय खोलने हेतु जमीन दिया उनको दरकिनार करते हुए जिन व्यक्तियों ने पचीस हज़ार की राशि दी है उनको दाता सदस्य के रूप में शासी निकाय में तरज़ीह मिलना सही नही है। उनके इस विचार का समर्थन माननीय सांसद दरभंगा ने भी किया और महाविद्यालय के लिये अपना चल अचल संपत्ति देने वालों को नजरअंदाज किये जाने को गलत करार दिया।
प्रो० अहमद ने सदन को सूचित किया कि सम्बद्ध महाविद्यालयों में दाता सदस्य का चुनाव शासी निकाय के द्वारा की जाती है।इसमें विश्वविद्यालय प्रावधानों के अंतर्गत कोई दखल नही दे सकती है।इसी क्रम में प्रो० विनोद चौधरी और माननीय सांसद, दरभंगा ने डॉ० बैद्यनाथ चौधरी को चार सम्बद्ध महाविद्यालयों के शासी निकाय के सदस्य नही होने को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया। प्रो० विनोद चौधरी ने संत कबीर महाविद्यालय के दाता सदस्य की जाँच करने की माँग की।विद्वत परिषद की बैठक के कार्यवृतों को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया।
साथ ही माननीय सांसद डॉ ठाकुर एवं श्रीमती मीना झा ने आर०के०कॉलेज चंदोना, दरभंगा को नव संबंधन देने हेतु महाविद्यालय के द्वारा दिये गये शपथ पत्र पर नियमतः विचार करने की बात कही।प्रो० हरि नारायण सिंह ने दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में नामांकित छात्रों के लिये स्व- अधिगम सामग्री के भुगतान के निर्णय को सही बताया साथ ही उक्त सामग्री जरूरत के हिसाब से ली गई थी या नही इसके औचित्य की माँग की।
इसके उत्तर में सदस्य को सूचित किया गया कि सभी सामग्री को छात्रों में शत प्रतिशत बाँट दिया गया था इसीलिये आवश्यकता से अतिरिक्त सामग्री क्रय का विषय नही बनता है।वित्त समिति की बैठक दिनांक 26.11.2022 के कार्यवृतों को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया। माननीय कुलपति सह अध्यक्ष महोदय ने सभी सदस्यों के रचनात्मक एवं सकारात्मक सहयोग हेतु साधुबाद ज्ञापित किया। कुलसचिव प्रो० अहमद ने माननीय सदस्यों को सदन के सफल संचालन में सहयोग हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया ।
बैठक में डा फैयाज अहमद, डॉ ० गोपालजी ठाकुर,डा अमर कुमार, प्रो शिशिर कुमार वर्मा, डा नैयर आजम, डा नंद कुमार, प्रो अजय नाथ झा, प्रो विजय कुमार यादव, प्रो अशोक कुमार मेहता,प्रो० हरि नारायण सिंह, प्रो० विनोद चौधरी, डॉ० बैधनाथ चौधरी आदि उपस्थित हुए।