#MNN@24X7 समस्तीपुर,2 अगस्त अवैध नर्सिंग होम, जांचघर, ऐक्सरे, अल्ट्रासाउंड पर सीएस द्वारा शुरू की गई जांच एवं कारबाई अचानक रोक दिये जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए अपने प्रतिक्रिया में थैला पहुंचने पर जांच एवं कार्रवाई का स्थगित होना भाकपा-माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया है।
उन्होंने कहा है कि जिला मुख्यालय खासकर काशीपुर एवं आसपास के क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध नर्सिंग होम, जांचघर, ऐक्सरे, अल्ट्रासाउंड आदि हैं जहाँ बगैर मूलभूत सुविधा मसलन, नियमित चिकित्सक, ओटी, ओटी असिंसटेंट, उपकरण, स्ट्रेचर, इमरजेंसी दवा, अग्निशमन यंत्र, आक्सीजन सिलेंडर, ट्रेंड नर्स, टेक्निशियन आदि का अतापता भी नहीं है। एक ही चिकित्सक को मैनेज कर उनका बोर्ड दर्जनों क्लिनिक पर लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि दलालों द्वारा रोगी का बहला- फुसलाकर यहाँ भर्ती कराया जाता है। गंभीर रोगी से भी ईलाज के नाम पर पैसे की ठगी की जाती है। रोगी बच गया तो भगवान भरोसे अन्यथा मौत। लगातार मौत एवं मौत से गुस्साए परिजनों द्वारा लगातार किसी न किसी अस्पताल पर प्रदर्शन, सड़क जाम, तोड़फोड़ की खबर भी आती रहती है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि ये सब ईलाज करने के नाम पर अवैध एवं फर्जी संस्था है जो रोगी की जान से खेलता है। जब सीएस द्वारा गठित टीम जांच करने आई तो आधे से अधिक संस्थान बंद कर संचालक फरार हो गये। संचालक दीवार, खंभे एवं क्लिनिक पर लगा बोर्ड धराधर उतारते दिखे। ऐसे केंद्रों में लिंग परिक्षण, अवैध गर्भपात जैसे अनैतिक कार्य भी धड़ल्ले से किया जाता है। परिणामस्वरूप कूड़े की ढ़ेर पर इमेच्चयोर मृत बेटी का शव फेंका एवं उसे कुत्ते का निबाला बनते अक्सर देखा जाता है। उन्होंने कहा कि कई कम्पाउंडर अपने नाम के पहले लंबी- चौड़ी डीग्री एवं डाक्टर का ईस्तेमाल करते जांच टीम द्वारा ले जाया गया लेकिन बाद में उन्हें ले- देकर छोड़ दिया गया। रोगी की जान से खेलने वाले ऐसे संस्थान के खिलाफ जन मानस में आक्रोश है।
माले नेता सुरेंद्र ने सिविल सर्जन से अविलंब ऐसे तमाम संस्थनों की जांच एवं कारबाई करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन का रूख अख्तियार करने की चेतावनी दी है।