शिविर में आंख, पैशाब, हृदय के जांच की सुविधा

पहली बार सन 1991 में किया गया था आयोजन

शारीरिक समस्या होने पर निकट के सरकारी अस्पताल में करें संपर्क

#MNN@24X7 दरभंगा. 10 नवंबर. आगामी 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस है. इसके पूर्व 13 को इंडियन मेडिकल एसोसियेशन की ओर से मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जायेगा. आइएमए परिसर में चिकित्सकों की टीम लोगों को निशुल्क उपचार व जांच करेंगे. रविवार को सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक शिविर आयोजित की जायेगी. शिविर में चिकित्सकों के द्वारा परामर्श के साथ ही आंख, खुन, पेशाव, ह्रदय आदि सम्बंधित जांच मुफ्त में किया जाएगा.इसके अलावा मधुमेह के लक्षण, बचाव, कम्पलीकेसन के साथ ही आहार, योग व व्यायाम पर विशेष परिचर्चा का आयोजन किया जायेगा. आईएमए सचिव डॉ आमोद कुमार झा ने बताया कि जरूरत मंद लोग शिविर का लाभ लेने के लिए 11 एवं 12 नवम्बर को मोबाईल नं. 7542892153 व 8084946937 पर सम्पर्क कर सकते हैं. कहा कि शिविर में चिकित्सा के लिये पहले रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा.

सर फ्रेडरिक बैंटिंग के जन्मदिवस पर मनाया जाता मधुमेह दिवस
आइएम सचिव डॉ झा ने कहा कि प्रत्येक वर्ष विश्वभर में 14 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस अथवा विश्व डायबिटीज दिवस मनाया जाता है. विश्व मधुमेह दिवस प्रतिवर्ष 14 नवंबर को सर फ्रेडरिक बैंटिंग के जन्मदिवस पर मनाया जाता है, जिन्होंने कानाडा के टोरन्टो शहर में बेन्ट के साथ मिलकर सन 1921 में इन्सुलिन की खोज की थी. पहली बार विश्व मधुमेह दिवस का आयोजन, विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह संघ के द्वारा सन 1991 में 14 नवम्बर के दिन किया गया था. विश्व मधुमेह दिवस 14 नवम्बर को मनाने का एक मुख्य कारण भी है, क्योंकि इसी दिन इंसुलिन की खोज करने वाले वैज्ञानिक फ्रेडरिक का जन्म हुआ था. जिन्हें 1923 में जॉन मैक्लोड के साथ चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार दिया गया था.

क्या है मधुमेह
खून में ग्लूकोज (शर्करा) का स्तर निर्धारित सीमा से अधिक होता है, तो ऐसी स्थिति को मधुमेह रोग कहते हैं. दरअसल मधुमेह या डायबिटीज, जीवनशैली या वंशानुगत बीमारी है, जो शरीर में पैंक्रियाज ग्रंथियों के निष्क्रिय होने पर रोगी को प्रभावित करती है. पैंक्रियाज यानि अग्न्याशय ग्रंथियों के निष्क्रिय होने पर इंसुलिन (रक्त में शर्करा की मात्रा को संतुलित करने वाला हार्मोन) बनाना बंद हो जाता है. इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल और वसा भी असामान्य हो जाते हैं, जिस कारण वाहिकाओं में बदलाव होता है और आंखों, गुर्दे, दिमाग, दिल आदि संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. डायबिटिज होने या किसी प्रकार की शारीरिक समस्या होने पर तुरंत सरकारी अस्पताल जाकर चिकित्सक से सलाह करें.